एसडीएम,तहसीलदार ने मौके पर पहुचकर बांटी राहत सामग्री
तहसील में पांच बाढ़ राहत केंद्रों के साथ सात चौकियों के जरिये रखी जा रही नजर
कमलेश
खमरिया-खीरी:पहाड़ी व मैदानी क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के बाद घाघरा व शारदा नदी उफान पर है। धौरहरा तहसील क्षेत्र में उफनाई घाघरा नदी का पानी गांवों में भर गया है,जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। क्षेत्र के आधा दर्जन मजरे जलमग्न हो गए हैं,जिसको गंभीरता से लेते हुए पूर्व से ही तत्पर तहसील प्रशासन गांवों में भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए एक्टिव हो गया है।
धौरहरा तहसील क्षेत्र के ईसानगर ब्लाक के कैरातीपुरवा के गांव बंशी बेली,पौंड पुरवा,शीतला पुरवा, लोधपुरवा,भंडारी पुरवा,मझरी आदि गावों में जलभराव होने से लोगों की स्थित खराब हो गई। बैराज से छोड़े गए पानी से क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। रविवार देर रात से ही इन गांवों में उफनाई नदी का पानी गांव में पहुंचने लगा,जिसको गंभीरता से लेते हुए सोमवार सुबह एसडीएम राजेश कुमार,तहसीलदार आदित्य विशाल ,नायब तहसीलदार शशाक शेखर मिश्र,लेखपाल शशांक शेखर शुक्ला,लेखपाल नितेश मिश्रा समेत अन्य कैराती पुरवा गांव पहुंचे जहां अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन देने के साथ ही लंच पैकेट तैयार कर वितरित करवाए। इस बाबत तहसीलदार आदित्य विशाल ने बताया कि बाढ़ से निपटने कर लिए एसडीएम की अगुवाई में तहसील के कर्मचारी एक्शन मोड़ पर है,क्षेत्र में चौकियों व केंद्रों के जरिये पल पल की जानकारी लेने के साथ पीड़ितों को मदद पहुचाई जा रही है।
कैराती पुरवा में 30 मीटर बहा कटान रोधी कार्य
धौरहरा क्षेत्र में प्रति वर्ष घाघरा व शारदा नदियां कटान कर तबाही मचाती है।कटान से बचाव के लिए प्रति वर्ष बाढ़ खण्ड कटान रोधी कार्य करवाता है। इसी क्रम में ग्रामीणों ने बताया कि कैराती पुरवा में बाढ़ खण्ड द्वारा इस वर्ष करवाया गया कटान रोधी काम करीब तीस मीटर बह गया है। जिसकी जानकारी मिलने के बाद एसडीएम राजेश कुमार,तहसीलदार आदित्य विशाल दल बल के साथ गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लेने के साथ ही बाढ़ खण्ड को बहे कटान रोधी कार्य को ठीक करवाने के निर्देश दिए हैं।
पांच बाढ़ केंद्र व सात बाढ़ राहत चौकियां से स्थिति का लिया जा रहा जायज़ा
लगातार बरसात व नदियों के उफनाने से पहले ही बाढ़ से निपटने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा पहले से ही बनाए गए सात बाढ़ राहत चौकियों व पांच बाढ़ राहत केंद्र एक्शन मोड़ है। जिनके जरिए तहसील प्रशासन नदी किनारे बसे गावों की स्थिति के बारे में पल पल की जानकारी एकत्रित कर विशेष परिस्थियों में तत्काल राहत पहुचाने की व्यवस्था के लिए तत्पर है। इन्हीं केंद्रों व चौकियों के चलते सोमवार को एसडीएम व तहसील की अगुवाई में पूरा तहसील अमला कैरातीपुरवा गांव पहुच कर सभी से सतर्क रहने की बात कह पीड़ितों को हर सम्भव मदद देने का अस्वासन दिया है।
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