डेस्क:दोस्त के रुपए को लूटने का लालच जागा तो दोस्त ने दोस्त की हत्या करके शव बाथरूम में छुपा दिया।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके बड़ा खुलासा किया है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दोस्त ने रुपयों की खातिर दोस्त को बुलाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोस्त के शव को घर में बने बाथरूम में छुपा दिया। आरोपी के गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया। साढ़े तीन लाख रुपए लूटने के लालच में दोस्त ने दोस्त के विश्वास का कत्ल करके उसकी हत्या कर दी।
मिली जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के पॉश कॉलोनी वसुंधरा में साथ साथ काम करने वाले दोस्त ने 35 वर्ष के धर्मेंद्र आर्य की धारदार हथियार से वार करके हत्या कर दी। शव को बोरी में भरकर 3 दिन तक घर के बाथरूम में छुपाए रखा। तीन दिन बाद दोस्त के शव को ठेले पर रखवा कर मंसूरपुर क्षेत्र में फेंकवा दिया। गिरफ्तार होने के बाद आरोपी ने पूरे मामले को पुलिस के पूछताछ में बताया है।
साथ साथ काम करते थे दोनों
बता दे की शहर के अवध विहार के रहने वाले धर्मेंद्र और रोहित जानसठ रोड पर संचालित ऑटोमोबाइल कंपनी में काम करते थे। रोहित दिल्ली के कृष्णा नगर का रहने वाला है। लगभग दो माह पहले उसने कंपनी में काम छोड़ दिया था। जबकि धर्मेंद्र आर्य कंपनी में काम कर रहा था। कंपनी के 3 लाख चौसठ हजार रुपए और चेक को जमा करने के लिए धर्मेंद्र शनिवार को निकाला था, जिसके बाद वह गायब हो गया।
शुरू हुई तलाश
धर्मेंद्र के गायब होने के बाद धर्मेंद्र के परिजन और कंपनी के कर्मी उसके तलाश में जुटे हुए थे, शक होने के कारण से पुलिस ने धर्मेंद्र के दोस्त रोहित को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। जिससे मामले का पर्दाफाश हो गया। आरोपी ने बताया कि सोमवार के शाम धर्मेंद्र के शव को बोरी में भरकर मंसूरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव के पास होटल के पीछे फेंक दिया था।
आरोपी ने बताया कि धर्मेंद्र रुपए लेकर वसुंधरा कॉलोनी स्थित घर पर आया था। रुपए के लिए दोनों में विवाद हुआ। तब धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। शव को 3 दिन तक घर में रखा था, सोमवार को किराए के ठेले को बुलाकर ठिकाने लगा दिया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी से नगदी भी बरामद कर ली।
विश्वास का कत्ल
मृतक और आरोपी एक ही कंपनी में काम करते थे। आरोपी रोहित जानता था कि कंपनी के रुपए बैंक में जमा करने के लिए धर्मेंद्र जाता है। उधारी के पांच हजार रुपए चुकाने के लिए शनिवार को रोहित ने धर्मेंद्र को फोन करके बुलाया। इसके बाद घटना को अंजाम दे दिया। आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद फॉरेंसिक टीम ने रोहित के घर जांच पड़ताल कर साक्ष्य संकलन किया।
घर के पास मिली स्कूटी
धर्मेंद्र के चचेरे भाई दयानंद ने बताया कि धर्मेंद्र की स्कूटी ए टू जेड कॉलोनी में वसुंधरा कॉलोनी के टूटी दीवार के पास जो रोहित के मकान से सटा हुआ है, वहां खड़ी थी। धर्मेंद्र का मोबाइल लोकेशन अलग-अलग मिल रहा था। लेकिन स्कूटी यहां मिलने पर पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद गिरफ्तारी हुई।
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