डेस्क:बदमाशों से दोस्ती खाकी को महंगी पड़ गई, रील वायरस होते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दोनों उप निरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मथुरा पुलिस में तैनात दो उप निरीक्षकों का वीडियो वांटेड बदमाशों के साथ वायरल हुआ था। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आते ही दोनों निरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक इंस्टाग्राम पर 17 सेकंड का एक रील अपलोड किया गया था, जिसमें दो लोगों के साथ दो उप निरीक्षक एक रेस्टोरेंट में बैठकर नाश्ता कर रहे थे। दोनों उपनिरीक्षक के साथ, पुलिस में वांटेड आरोपी ने रील बना करके इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। जो वायरल हो गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने गोवर्धन थाने में तैनात दोनों उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गोवर्धन थाना क्षेत्र अंतर्गत पलसों पुलिस चौकी प्रभारी अनुज कुमार तिवारी और थाने पर तैनात उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह यादव को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ जांच का आदेश जारी कर दिया है।
अपलोड करके हटाया वीडियो
शाहिद ने रील बनाने के बाद वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया, लेकिन कुछ समय बाद डिलीट कर दिया। वीडियो डिलीट करने से पहले ही लोगों ने उसे डाउनलोड कर लिया। इसके बाद एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए तमाम लोगों ने पुलिस को टैग करते हुए वीडियो को साझा किया। जिससे वीडियो पुलिस तक पहुंच गया।
वांक्षित ने खुद बनाया वीडियो
रील को देखने से स्पष्ट होता है कि वंचित शाहिद ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाया है। जिसमें वह पहले अपना बाल संवारता है, उसके बाद अपने साथी शाकिर की तरह मोबाइल का कैमरा घुमा देता है। इसके बाद शाहिद सामने बैठे दोनों उप निरीक्षक के तरफ भी कैमरा घुमता है।
पुलिस ने जारी किया नोटिफिकेशन
इंटरनेट पर रील वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय से नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया गया कि वायरल हो रहे वीडियो में गोवर्धन थाने पर तैनात उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह यादव और अनुज कुमार तिवारी गोवर्धन थाना क्षेत्र अंतर्गत देवसेरस गांव के रहने वाले दो शातिरों शाकिर और शाहिद के साथ रेस्टोरेंट में बैठे दिखाई पड़ रहे हैं। जिससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दोनों उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले में विभागीय जांच का आदेश दिया गया है।
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