उमरी बेगमगंज पुलिस का दिखा गजब कारनामा, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत व शिकायत होने के बावजूद भी बगैर पोस्टमार्टम के ही करवा दिया था अंतिम संस्कार,
पं बीके तिवारी
उत्तर प्रदेश के जनपद गोंडा अंतर्गत थाना उमरी बेगमगंज के एक गांव में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में दुर्घटना के बाद मौत होने पर पुलिस ने बगैर पोस्टमार्टम व पंचायत नामा करवाए ही घटना में तहरीर मिलने के बावजूद भी अपने दायित्व की इति श्री कर ली थी। जिससे घबराकर पीड़ित ने कोर्ट के माध्यम से एफ आई आर दर्ज कराया, जिला अधिकारी गोंडा से शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए गुहार लगाई तो, 6 महीने बाद कब्र से शव को खुदवाते हुए पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। बताया जा रहा है कि,थाना क्षेत्र के डिक्सिर गांव में अपने साथी के साथ बाजार गए हनीफ उर्फ कप्तान उम्र करीब 30 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसके संबंध में हनीफ के परिजनों ने स्थानीय थाने पर तहरीर देकर कार्यवाही की मांग किया था। लेकिन पुलिस ने हनीफ की मौत का दुर्घटना होना बता कर बगैर पोस्टमार्टम पंचायत करवाए ही शव का दफन करवा दिया था। तो हनीफ के परिजनों ने घबराकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और 156/3 के अंतर्गत मजिस्ट्रेट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ।जिसमें हनीफ के परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया था,कि मेरे पड़ोस के ही सलमान ने हनीफ को 23 फरवरी को घर से बाजार बुलाकर ले गया और काफ़ी दूर ले जाकर मारपीट की जिससे हनीफ घायल हो गया। घायल अवस्था में हनीफ को मेडिकल कॉलेज लखनऊ में इलाज के लिए एडमिट कराया गया था। लेकिन हनीफ की 25 फरवरी को मौत हो गई। घटना से परेशान होकर परिजनों ने हनीफ के साथ गए सलमान पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने व उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई, पीड़ित पक्ष की एक नहीं सुनी गई। मामले में मजिस्ट्रेट के आदेश से हत्या का मुकदमा दर्ज हुवा। वही मुकदमा दर्ज होने के बाद मृतक हनीफ के परिजनों ने जिलाधिकारी गोंडा से शव का पोस्टमार्टम करवाने की गुहार लगाई।तो जिलाधिकारी गोंडा के आदेश पर 6 महीने बाद शव को कब्र से बाहर निकाल कर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में वीडियोग्राफी करते हुए पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया गया है। जिसके संबंध में मजिस्ट्रेट के साथ संयुक्त रूप से उमरी बेगमगंज पुलिस ने वीडियोग्राफी के साथ शव को कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ