वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। गुरु पूर्णिमा पर अपने आराध्य जगद्गुरू कृपालु जी महाराज के आध्यात्मिक शक्तियों से आलोकित होने के लिए गुरु पूर्णिमा पर देशी विदेशी भक्तों का रेला कृपालु धाम मनगढ़ आ चुका है।न केवल जगद्गुरू के भक्तों के लिए बल्कि बालिकाओं के लिए निशुल्क शिक्षा के साथ गरीबों को निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने वाले जगद्गुरू कृपालु भक्ति परिषद् की प्रमुख सुश्री डॉ विशाखा त्रिपाठी, सुश्री डॉ श्यामा त्रिपाठी एवम सुश्री डॉ कृष्णा त्रिपाठी की देख रेख में हजारों स्वयंसेवक गुरु पूर्णिमा पर आने वाले गुरू भक्तों की व्यवस्था में लगे हुए हैं।
जगद्गुरु कृपालु जी महाराज जिनका जन्म कुंडा के मनगढ़ ग्राम में हुआ था। अपने बाल्य जीवन से ही वह नैसर्गिक प्रतिभा के धनी रहे। पांचवें विश्व जगदगुरूतम की उपाधि से विभूषित कृपालु जी महाराज के जीवन काल में देश दुनिया में उनके करोड़ों भक्त उनके अनुयाई बन गए।प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कृपालु धाम मनगढ़ में गुरु पूर्णिमा पर उनके लाखों भक्त और श्रद्धालु आकर उनके जन्मभूमि को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लेने पहुंच चुके हैं। यह परिसर गुरु पूर्णिमा पर गुरु भक्ति एवं आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र बन गया है। इस अवसर पर जगद्गुरु कृपालु जी महाराज तीनों बेटियां सुश्री डॉ विशाखा त्रिपाठी, सुश्री डॉ श्यामा त्रिपाठी एवं सुश्री डॉ कृष्णा त्रिपाठी की देखरेख में लाखों भक्तों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। बताते चलें कि कुंडा के अति पिछड़े क्षेत्र में जगद्गुरु कृपालु भक्ति परिषद ने न केवल मंदिरों की स्थापना करके लाखों करोड़ कृष्ण भक्तों को भक्ति की शक्ति का रसास्वादन कराया है, बल्कि लाखों बेटियों के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई है। गरीबों के लिए निशुल्क इलाज की बात हो या राष्ट्रीय आपदाओं में करोड़ों रुपए दान दान देने की, सब में अपने मानवीय मूल्य के सरोकारों को समाज के समक्ष प्रस्तुत किया है। जगद्गुरू कृपालु जी महाराज आज इस दुनिया में नहीं हैं। मानवीयता के लिए कराए गए कार्य आज भी करोड़ों दिलों में जगद्गुरू को जिंदा किए हुए हैं। विश्व के पांचवें जगदगुरुतम कृपालु जी महाराज को गुरु पूर्णिमा पर नमन एवं शत-शत वंदन।
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