डेस्क:सत्संग समापन के दौरान भगदड़ मच जाने से 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में एक पुरुष, तीन मासूम और 23 महिलाएं शामिल हैं। सभी मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है। घटना के बाद पूरा क्षेत्र चीख पुकार से भर गया। मामले की जानकारी मिलते ही घटनास्थल के लिए प्रशासनिक अधिकारी रवाना हो गए। मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण में जांच का निर्देश दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद अंतर्गत फुलरई मुगल गढ़ी में सरकार नारायण विश्व हरि भोले बाबा सत्संग का आयोजन किया गया था। जहां सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मच जाने से भीषण हादसा हो गया है।इतने बड़े प्रवचन को लेकर प्रशासन की लापरवाही भी बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक प्रवचन करने के लिए ली गई अनुमति से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण से यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
बोले एसएसपी
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि भगदड़ होने से लोगों के मौत की जानकारी मिली है। सभी मृतकों के शव को पंचायतनामा के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है। मृतकों में तीन बच्चे, एक पुरुष और 23 महिलाएं शामिल हैं।
होगी जांच
मामले में एडीजी आगरा जोन के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया गया है। मामले में अलीगढ़ के कमिश्नर भी जांच करेंगे।
बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा
बताया जाता है कि प्रवचन में हुई भगदड़ में मौजूद श्रोताओं/श्रद्धालुओं के मौत के आंकड़े में परिवर्तन हो सकता है। घायल हुए लोगों के संख्या का आकलन नहीं किया जा सका है। हालांकि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
#UPCM @myogiadityanath ने जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत…
मुख्यमंत्री का निर्देश
हाथरस मामले को मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लेते हुए संवेदना प्रकट की है, उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल हुए लोगों को उचित इलाज के लिए भी निर्देशित किया है।
घटनास्थल के दौरे के लिए दो मंत्री रावना
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, डीजीपी और मुख्य सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
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