शासन के आदेशों के बाद भी गांव में चार वर्षों से नहीं की गई नाव की व्यवस्था,ग्रामीणों में आक्रोश
कमलेश
खमरिया-खीरी:ईसानगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत सुर्जनपुर में शारदा नदी से निकले धावर नाले में पूर्व वर्षों की भांति इस बार ग्रामीणों की सुविधा के लिए नाव की व्यवस्था नहीं की गई। जिसके चलते बुधवार को नाले के उस पार खेत जाते समय गहरे पानी में तैरकर नाले को पार रहा किसान उसी में डूबने लगा,जिसको देख आस पड़ोस के खेतों में मौजूद ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकालकर बचा तो लिया पर नाव की व्यवस्था न होने की वजह से ग्रामीणों में जिम्मेदारों के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
बुधवार को सुर्जनपुर गांव निवासी रज्जाक अली (60) पुत्र अकबर अली गांव के बाहर शारदा नदी से निकले नाले के उस पार स्थित खेतो में जाने के लिए धावर नाले को तैरकर पार कर रहे थे। इसी बीच वह गहरे पानी मे जाकर डूबने लगे,जिनको देख आस पड़ोस के खेतों में मौजूद बराती लाल,पप्पू कुमार,बाबूराम,पिंटू,राकेश कुमार,सुरेंद्र कुमार,अंकित कुमार,अच्छे लाल,श्रीराम,रामाधार,आशाराम,प्रमोद कुमार,छोटेलाल आदि ने दौड़कर पानी कड़ी मशक्क्त के बाद उसे बाहर निकाल कर बचा तो लिया पर अन्य ग्रामवासियों में गहरे पानी को पार करने को लेकर दहशत बनी हुई है।
चार वर्षों से नाव विहीन है गांव,बीडीओ ने कहां जल्द ही गांव में होगी नाव
गांव के पास निकले नाले में पूर्व वर्षों में ब्लॉक से नाव की व्यवस्था होती थी जिससे ग्रामीण नाव के जरिये खेतो तक आते जाते थे। इस बाबत गांव के सुरेंद्र कुमार,अंकित कुमार, अच्छे लाल, श्रीराम, दिनेश कुमार, रामाधार, आशाराम, प्रमोद कुमार आदि ने बताया कि पिछले चार वर्षों से जबसे नए प्रधान हुए है तबसे नाव की व्यवस्था नहीं हुई है। जिसकी वजह से बरसात के दौरान दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। वही इस बाबत बीडीओ नीरज दुबे ने बताया कि जानकारी नहीं थी,ग्रामीणों की सुविधा के लिए जल्द ही नाव की व्यवस्था की जाएगी।
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