उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गौकशी के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने गई पुलिस टीम के साथ बड़ा हादसा हो गया। पेट में गोली लगने से दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए, वही हेड कांस्टेबल के सिर में गोली लगने से मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि बुलंदशहर के रहने वाले गौकशी के आरोपी आने वाले हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम और एसओजी टीम अलर्ट हो गई। आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए संयुक्त टीम रवाना हुई थी, आरोपियों के मिलने से पहले पुलिस टीम ने अपने असलहे को दुरुस्त करने के लिए देखा तो, पिस्टल लॉक हो गई थी। उसे अनलॉक करने के दौरान अचानक गोली चल गई, जो उपनिरीक्षक के पेट को छूते हुए SOG में तैनात सिपाही के सिर में लग गई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ के गवाना में 9/10 की रात गौकशी हुई थी। पुलिस मामले के जांच में जुटी हुई थी। इसी दौरान मुखबिर खास के जरिए जानकारी प्राप्त हुई कि गौकशी के आरोपी बुलंदशहर के रहने वाले हैं, जो फिर से क्षेत्र में आ रहे है। जानकारी मिलते ही गवाना पुलिस SOG टीम के साथ रवाना होकर जंगल में पुलिया के पास गस्त पर थी। इस दौरान एक उपनिरीक्षक की पिस्टल लॉक थी, जिसे उप निरीक्षक राजीव को अनलॉक करने के लिए दिया गया, तभी वह अचानक चल पड़ी, जिससे हादसा हो गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद अलीगढ़ के थाना गवाना क्षेत्र में 9 तारीख की रात में गौकशी की घटना के मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी, मुखबिर से जानकारी मिली कि आरोपी दोबारा फिर ऐसी घटना करने के लिए क्षेत्र में आने वाले हैं। आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए थाना गांधी पार्क,थाना गवाना और एसओजी की संयुक्त टीम बनाई गई। रात 1:30 टीम दबिश के लिए जा रही थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने अपनी पिस्तौल को लोड किया। पिस्टल को लोड करने के दौरान उप निरीक्षक नजरहसन की पिस्टल फस गई। जिसे तमाम प्रयासों के बावजूद उप निरीक्षक ठीक नहीं कर पा रहे थे। तब दूसरे सब इंस्पेक्टर राजीव ने पिस्टल लेकर अनलॉक करने का प्रयास किया। इसी दौरान अचानक गोली चल गई जो उपनिरीक्षक राजीव के पेट से निकल कर एसओजी के सिपाही के सिर में लग गई। सिपाही को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सब इंस्पेक्टर की स्थिति भी गंभीर है, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ