पुलिस बयान
उत्तर प्रदेश के वाराणसी पुलिस ने बिगत दिनों बस में हुए लाखों के लूट के खुलासे में चौंकाने वाली जानकारी दी है, मामले में पुलिस ने एक सब इंस्पेक्टर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दे की बीते माह 22 जून को एक बस में चेकिंग के नाम पर व्यापारी से 42 लाख 50 हजार रुपए की लूट हुई थी। मामले में व्यापारी ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि अज्ञात लोगों ने क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर बनकर लूट की है। व्यापारी के शिकायती पत्र पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल के उपरांत रामनगर पुलिस ने एक चौकी इंचार्ज समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 8 लाख 5 हजार रुपए नगद, दो पिस्टल 32 बोर, दो जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक चंदौली वाराणसी बॉर्डर पर बस में चौकी इंचार्ज ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। बताया जाता है कि घटना के दौरान व्यापारी के पास 93 लाख रुपए मौजूद थे जिसमें से आरोपियों ने 42 लाख 50 हजार रुपए की लूट की थी।
चौकी प्रभारी ने की लूट
पुलिस ने जांच पड़ताल में पाया कि लाखों रुपए की लूट की घटना में नदेसर चौकी पर तैनात दरोगा सूर्य प्रताप पांडे की भूमिका भी संदिग्ध है। पूरे मामले का पर्दाफास करते हुए पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीते माह के 22 तारीख को एक व्यापारी ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि कुछ अज्ञात लोग बस में चढ़े, चालीस लाख के आसपास नगद लूट ले गए थे। मामले में रामनगर पुलिस में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले के खुलासे के लिए टीम गठित की गई थी, जिसके द्वारा खुलासा किया गया है।
Cctv फुटेज, cdr के डिटेल रिकार्ड के अनुसार कुछ लोगों के नाम प्रकाश में आए। जिसमें दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। जिसमें एक उप निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध आई है। लूट में तीन और आरोपी शामिल है, जिन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। गिरफ्तार किए गए आरोपी से आठ लाख रुपय के आसपास नगद बरामद किया गया है।
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