वीडियो बयान
गोंडा: परसपुर में हुए हत्याकांड के परिजनों से मिलने के लिए पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार और बच्चों से मिलकर ढाढस बढ़ाया।
बता दे कि हाल ही में जिले के परसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्बे के राजा टोला मोहल्ले में दिनदहाड़े ओमप्रकाश सिंह की धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई थी। जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को मृतक ओम प्रकाश सिंह के परिजनों से मिलने के लिए पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने लाव लश्कर के साथ परसपुर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। इसके बाद पूर्व सांसद मीडिया से मुखातिब हुए।
सांसद ने कहा कि यह नृशंस हत्या है, इसकी भर्त्सना हम स्वयं नहीं करते, इस दरवाजे पर जिस भी पार्टी के लोग आए हैं सभी ने की है। यहां सपा के लोग भी आए हैं, बीजेपी के लोग भी आए हैं, इस परिवार के साथ पूरे गांव, पूरे क्षेत्र की संवेदना है। जिस प्रकार से घटना घटित हुई है, इस गांव में ऐसा कभी नहीं हुआ था। आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है। योगी सरकार अपराधियों के साथ नहीं है। यह सब लोग जानते हैं। हत्या के बाद तीन दिनों तक पुलिस के पहुंच से आरोपियों के दूर रहने के बावजूद पुलिस पर कोई कार्रवाई न होने का जवाब देते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में जॉइंट ऑपरेशन होता है, जिसमें पुलिस अधीक्षक या पुलिस अधीक्षक के उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में उसको मेंटेन करने के लिए पूरे जिले की पुलिस काम करती है। पूर्व सांसद ने कहा कि पुलिस ने इसे मिशन के रूप में लिया था, जिसे पूरा किया। आरोपियों के राजनीतिक संरक्षण का जवाब देते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि कोई इस घटना का समर्थन नहीं कर सकता है। ऐसे घटनाक्रम किसी के सलाह पर नहीं होते हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार से आर्थिक लाभ मिलना चाहिए, क्योंकि इस परिवार का कोई पुरसा हाल नहीं है। जिसके लिए मैं भी प्रयास करूंगा। कि इस परिवार को सहायता मिले। आरोपियों पर बुलडोजर चलाने की बात का जवाब देते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि यदि निर्माण चक मार्क पर हुआ होगा तो गिर सकता है। बाकी निर्माण गिराने की एक प्रक्रिया है। परिवार के सीबीआई जांच की मांग का जवाब देते हुए सांसद ने कहा कि दोपहर में हुई हत्या में पुलिस कार्रवाई कर रही है, मामला साफ है कोई पर्दा फाश होना नहीं है, ऐसे में सीबीआई की जांच की मांग करना नादानी है।
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