गोंडा:लड़की जंगल में बकरी चरा रही थी, इसी दौरान गांव के तीन लोग पहुंचे और उसके 20 किलो वजनी बकरे को काट कर खा गए। जो अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल गांव की तीन चार लड़कियां अपनी-अपनी बकरियों को चराने के लिए जंगल के आसपास क्षेत्र में अक्सर जाती हैं, रोज की बात लड़कियां 25-30 बकरियों को चराने के लिए जंगल के तरफ गई हुई थी। इसी दौरान गांव के तीन लोग आए और 20 किलो वजनी बकरे को काटकर खा गए। मामले में पीड़िता ने मनकापुर पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है पूरा मामला
दूरभाष पर क्राइम जंक्शन से बात करते हुए अरमुन निशा ने बताया कि उसके गांव की लड़कियों के साथ उसकी लड़की बकरी चराने के लिए जाती है, 10 जुलाई को बकरी चराने के लिए करौदीं जंगल के पास गई हुई थी, इसी दौरान गांव के रहने वाले तीन लोग आए और उसके एक बकरे को उठा ले गए। बकरे को खोजते हुए वह गांव में गई, तब पता चला कि गन्ने की खेत में गांव के तीन लोगों ने बकरे को काटकर छुपा दिया है। जहां से बकरे के शव को लेकर कोतवाली गई। पुलिस में शिकायती पत्र देकर बकरे को दफन कर दिया गया है।
पुलिस में शिकायत
मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के करौंदी गांव के मजरे मस्जिद करौंदी रहने वाली अरमुन निशां पत्नी फिरोज मोहम्मद ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि 10 जुलाई के दोपहर 12:00 बजे मेरी लड़की जंगल के बगल में बकरा चरा रही थी। जिसमें मेरे एक बकरे का वजन लगभग 20 किलो था। जिसे गांव के रहने वाले नरेश पुत्र कप्तान सिंह, मेजर पुत्र अज्ञात, शिवम पुत्र नरेश सिंह ने मिलकर काट दिया, जिससे मेरा बहुत नुकसान हुआ है।
मुकदमा दर्ज
पीड़िता के शिकायती पत्र पर मनकापुर पुलिस में पीड़िता के गांव में रहने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत 325 का मुकदमा दर्ज किया है।
आरोपी गिरफ्तार
वही इस बाबत मनकापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि वादिनी के शिकायती पत्र पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया।
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