उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में घायल हुए लोगों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की। इसके बाद सीएम ने वार्ता करते हुए बताया कि सत्संग के भगदड़ हादसे में कुल 121 लोग काल के काल में समा गए हैं। मृतकों में आधा दर्जन लोग अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। वे मध्य प्रदेश राजस्थान और हरियाणा के निवासी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हाथरस के जिला चिकित्सालय में आज 31 घायलों से मुलाकात हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अस्पताल में भर्ती लोगों में ज्यादा से ज्यादा लोग खतरे से बाहर हैं। सीएम ने बताया कि वहां पीड़ितों से भी बात की गई है। मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि हाथरस के भगदड़ हादसे में एटा, बदायूं,ललितपुर, हाथरस, फिरोजाबाद, संभल, आगरा और पीलीभीत के लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मामले के वास्तविकता तक जाने के लिए उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया है।हाथरस में हुए हादसे के बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सेवादारों को धक्का दिया गया है।
उच्च स्तरीय जांच
पूरे प्रकरण को उजागर करने के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। आगरा के एडीजी और अलीगढ़ के कमिश्नर की कमेटी ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट सौंप दी है। उन्हें हादसे के तह तक जाने के लिए निर्देशित किया गया है। घटना के बाद एफआईआर दर्ज किया जा चुका है, जिसमें कार्रवाई चल रही है।
कथा वाचक को छूने के दौरान हुआ हादसा
मुख्यमंत्री ने बताया कि मंच से उतरने के दौरान कथावाचक को छूने के लिए महिलाएं सबसे पहले आगे आ गई। इसी के दौरान हादसा हुआ है। जब महिलाएं कथावाचक को छूने के लिए आगे बढ़ी तब सेवादार भी वहां मौजूद थे, ऐसे मामले में सेवादार प्रशासन को नहीं बताएं। जब स्थिति बेकाबू हो गई, तब सेवादारों ने प्रशासन को मामले से अवगत कराया।
राजनीति पर पलटवार
मुख्यमंत्री ने हाथरस जैसी दुखद घटना पर सियासी टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग इस दुखद घटना पर भी राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं। मामले में एफआईआर दर्ज किया जा चुका है, कार्यवाही प्रचलित है।
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