गोंडा: दिन पहले ईशा चौहान का शव अपने ही चाचा के घर में फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला था, तब आशंका व्यक्ति जा रही थी कि ईशा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। ग्राम प्रधान के सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय रवाना कर दिया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के उपरांत कहानी में नया मोड़ आ गया। अब पुलिस उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने में जुटी है।
बता दे कि रविवार जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पूरेमहा गाव के मजरे लोनियन पुरवा मैं दुकान की बड़ी बेटी ईशा चौहान का चार दिन पुराना फांसी के फंदे से लटका हुआ शव मिला था। सूचना पर पहुंचे पुलिस ने ईशा के शव को फांसी के फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। सोमवार को मृतका का हैरान करने वाला पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया, जो आत्महत्या की बनाई गई कहानी के विपरीत नया मोड़ ले रही है।
एंटी मॉर्टम इंजरी: मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सकों ने एंटी मॉर्टम इंजरी जिसका मतलब है कि व्यक्ति के मरने से पहले उसके शरीर में चोट, मिला है। इससे स्पष्ट होता है कि ईशा के मरने से पूर्व उसे चोट पहुंचाई गई है।
एंटी मॉर्टम हैंगिग: डॉक्टरों ने ईशा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटी मार्टम हैंगिंग का जिक्र किया है, जिसका मतलब है कि मौत के बाद फांसी लगाई गई है। इसका तात्पर गला घोटने से होता है। ऐसी स्थिति तब होती है जब किसी की हत्या के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी के फंदे से लटकाया जाता है।
उलझ गई गुत्थी: रविवार को जब मृतका का शव मिला था, तब आशंका व्यक्त की जा रही थी कि छात्र ने बंद कमरे में छत के हुक से रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से आत्महत्या के कहानी की गुत्थी उलझ गई अब पुलिस उसे सुलझाने में लगी है।
बेटी के गायब होने पर मां ने छुपाए रखा राज: रविवार को जब मृतका के चाचा के मकान से दुर्गंध आने लगा तब मृतका की मां ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को मामले की जानकारी दी, इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने ईशा का शव फांसी के फंदे से नीचे उतारा। जब ईशा का शव नीचे शव गया, तब देखा गया कि ईशा का शव गल गया था। बताया जाता है कि ईशा शुक्रवार को घर से लापता हो गई थी, लेकिन उसकी मां ने बेटी के गायब होने के मामले को छुपाए रखा।
सिलाई सेंटर चलाती थी मृतका:मिली जानकारी के मुताबिक ईशा चौहान ने पढ़ाई के दौरान सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण लिया था, वह अपने घर पर सिलाई सेंटर चला कर गांव मोहल्ले की लड़कियों को सिलाई कढ़ाई सिखाती थी।
पिता चाचा घर से दूर: ईशा के पिता काम के सिलसिले में गैर प्रांत रहते हैं, ईशा के मौत के समय भी वह गैर प्रांत में ही थे, जिस चाचा के घर में ईशा का शव मिला, वह परिवार सहित गांव से दूर रहता है घर में ताला लगा रहता है।
बोले इंस्पेक्टर: मामले में धानेपुर थाना अध्यक्ष ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटी मार्टम हैंगिंग की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही मामले से पर्दा उठाकर उलझी हुई गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा।
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