डेस्क:शादी के लिए ब्यूटी पार्लर में सज रही युवती को पार्लर के अंदर घुसकर गोली मारने वाले सनकी आशिक ने धर्मशाला में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती को गोली मारने के बाद सनकी आशिक मौके से फरार हो गया था। लेकिन वारदात की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। सनकी आशिक के गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई थी। पुलिस के पकड़ में आने से पहले ही सनकी आशिक ने फांसी लगा ली।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 23 जून को उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद अंतर्गत निशा गार्डन मैरिज हॉल में शादी करने के लिए मध्य प्रदेश के दतिया जिला का रहने वाला परिवार आया हुआ था। यहां काजल नाम की युवती का विवाह होना था। मैरिज हॉल में परिवार और रिश्तेदार शादी की तैयारी में जुटे थे, उधर दुल्हन अपनी बहन और सहेलियों के साथ सजने संवरने के लिए नजदीकी ब्यूटी पार्लर में गई हुई थी। इसी दौरान उसका पीछा करते हुए सनकी आशिक वहां आ पहुंचा था। ब्यूटी पार्लर के अंदर घुसकर संवर रही दुल्हन के सीने में एक के बाद एक दो गोली मारकर आरोपी मौके से फरार हो गया था। घायल अवस्था में युवती को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
अलर्ट हुई पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस अलर्ट हो गई थी, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीम में गठित कर दी गई थी। लेकिन आरोपी पुलिस के पहुंच से दूर रहा।
लोकेशन के जरिए तलाश में जुटी पुलिस
हत्या आरोपी के तलाश में जुटी पुलिस को मंगलवार के सुबह आरोपी का लोकेशन मध्य प्रदेश के मुरैना में मिला। आरोपी की लोकेशन ट्रेस होते ही झांसी पुलिस मुरैना पहुंच गई। जांच के दौरान पुलिस को आरोपी युवक का शव मुरैना स्थित धर्मशाला के कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मौके से आरोपी के पास एक बैग मिला, जिसमें आरोपी का पर्स, मोबाइल चार्जर, दो मोबाइल बरामद हुआ।
यहां मिली लोकेशन
बताया जाता है कि आरोपी दीपक मंगलवार की सुबह मुरैना पहुंचा था। स्टेशन रोड स्थित एसबीआई के एटीएम से उसने 5:30 बजे 1000 रुपए निकले। एटीएम के जरिए पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई। इसके बाद वह काशीबाई धर्मशाला पहुंचा। धर्मशाला की फॉर्मेलिटी पूरी करते हुए उसने एक कमरा बुक कराया। बताया जाता है कि आरोपी ने धर्मशाला मैनेजर से कहा कि वह आगरा से ग्वालियर का सफर कर रहा था, थक जाने की वजह से वह मुरैना रुक रहा है। धर्मशाला में ठहरने के लिए दीपक ने 600 रुपये शुल्क अदा किया। मैनेजर ने बताया कि दीपक को पहले नॉन एसी रूम दिया गया था लेकिन बाद में उसके डिमांड पर उसे एसी रूम में शिफ्ट किया गया। इसके बाद वह कमरे से बाहर नहीं निकला। दोपहर में भोजन का आर्डर लेने के लिए धर्मशाला कर्मियों ने दरवाजा खटखटाया तो उसके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया, तब कर्मचारियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो दीपक गमछे से पंखे के सहारे फांसी का फंदा बनाकर लटका हुआ था। तब स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया, इसके बाद ज्ञात हुआ कि दीपक काजल का हत्या आरोपी है।
UPSC की तैयारी कर रहा था मृतक
बताया जाता है कि आरोपी दीपक ने इंटर तक की पढ़ाई गांव में की थी। आगे की पढ़ाई के लिए दीपक अपने मां के घर ग्वालियर में रहता था। वहां से आईआईटी के उपरांत बीकॉम काम फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। इसके अतिरिक्त दीपक यूपीएससी की तैयारी कर रहा था।
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