पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) क्षेत्र के कल्यानपुर गांव स्थित एसएमआई महाविद्यालय में गुरूवार को पं दीनदयाल उपाध्याय शिक्षण संस्थान की तरफ से संस्कृत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली के सदस्य डॉ रंगनाथ त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि राजेश मिश्रा और मुख्य वक्ता के रूप में जितेन्द्र कुमार मौजूद रहे ।कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थान के प्रधानाचार्य राजनाथ सिंह ने सभी अतिथियों को बुके देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद संस्थान के अध्यक्ष राम प्रताप सिंह और प्रबंधक अमित सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत माला पहनाकर किया। संस्थान की योग शिक्षिका पूजा और अर्चना ने अतिथियों पर पुष्प वर्षा की एंव तिलक लगाया साथ ही योग शिक्षक मनीष शर्मा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि ने पं दीनदयाल उपाध्याय एवं माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एंव दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी की शुरुआत की।
इस दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि शिक्षण संस्थानों का एक ही उद्देश्य होता है समाज के हर वर्ग को शिक्षित कर एक स्वस्थ और उन्नत समाज एवं राष्ट्र की स्थापना करना। उन्होंने कहा कि आज के विलासिता भरी जीवन शैली से लोग मानसिक एवं शारिरिक रुप से कमजोर होते जा रहे हैं। युवा पीढ़ी सनातन संस्कृति को छोड़कर कर पाश्चात्य सभ्यता अपना रही है। ऐसे में संस्थान योग द्वारा लोगों को आलस्य से दूर कर रहा है वहीं अध्ययन से अज्ञानता का नाश करने के लिए अग्रसर है। मुख्य अतिथि ने लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और उसे और उन्नत बनाया जायेगा।संस्थान के लोगों ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर संगोष्ठी का समापन किया।
इस दौरान सचिन कुमार, अमर जीत सिंह, शत्रुन्जय सिंह, नीलम सिंह, अंकिता, सुलक्षणा पांडे, ज्योति सिंह, अनिल गौतम, गोलू, विकास, अभय सिंह, महावीर प्रसाद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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