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अधिकारियों के उड़े होश: जब पति के ऑफिस पहुंची कर्मचारी की तीन पत्नियां



डेस्क:एक सरकारी कर्मी के मौत के बाद अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जब अधिकारियों के सामने मामला पहुंचा तो उनका भी दिमाग घूम गया। अधिकारी भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके, मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं। 

दरअसल सिंचाई विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से मौत हो गई है। कर्मचारी के मौत के 4 माह बाद मृतक आश्रित अनुकंपा नौकरी के लिए उसकी तीन तीन पत्नियां नौकरी की दावेदारी ठोकते हुए ऑफिस पहुंच गई। मृतक के तीन पत्नियों की बात सामने आने पर अधिकारी भी सकते में आ गए, उन्होंने अपना माथा पकड़ लिया।

क्या है पूरा मामला 

मामला उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद से जुड़ा हुआ है। माताटीला सिंचाई खंड में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संतोष की कैंसर के कारण से 4 महीने पहले मौत हो गई है। संतोष के मौत के बाद चार महिलाएं सिंचाई विभाग के ऑफिस पहुंची, उन्होंने खुद को संतोष की पत्नी होने का दावा किया। अधिकारियों ने मृतक संतोष से संबंधित कागज की मांग की तब उन्होंने अधिकारी के सामने संतोष की पत्नी होने का कागजात प्रस्तुत कर दिया। अकेले संतोष की तीन पत्नियां होने का कागज देखने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए।

तीन पत्नियों के साक्ष्य

कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से संतोष की मौत होने के बाद खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए मृतक आश्रित अनुकंपा नौकरी की मांग करने वाली पत्नियों में तालबेहट निवासिनी क्रांति ने सबसे पहले दावेदारी ठोकते हुए ऑफिस में संबंधित कागजात जमा करवा दिया था। इसके कुछ दिन बाद भोपाल की निवासिनी सुनीता वर्मा भी मृतक आश्रित अनुकंपा नौकरी की फरियाद लेकर दफ्तर पहुंच गई। दोनों महिलाओं के दावा ठोकने के बाद माता टीला निवासिनी महिला ने उप जिलाधिकारी के कार्यालय से जारी परिवार सर्टिफिकेट दिखाते हुए मृतक संतोष की पत्नी होने की बात कहते हुए नौकरी का दावा किया। मजे की बात यह है कि तीनों महिलाओं ने मृतक संतोष की पत्नी का दावा करते हुए शादी का कार्ड और फोटो भी दिखाया है। अब तक मिले दस्तावेजों से आशंका जताई जा रही है कि जहां पर संतोष की पोस्टिंग हुई वहीं पर संतोष ने नई शादी कर ली। यहां बताते चलें कि पहली पत्नी के जिंदा रहते दूसरी पत्नी वैध मान्य नहीं होती है।

चकराए अधिकारी

 एक युवक की तीन पत्नियों के होने की बात ही नहीं, उससे संबंधित दस्तावेज भी सामने आने पर सिंचाई विभाग के कर्मचारियों का दिमाग चकरा गया। फिलहाल मामले की वास्तविकता तक पहुंचाने के लिए विभाग मृतक संतोष के नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज खंगालने में जुटा है।

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