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मां सरयू हमारी जीवन रेखा -: चिन्मयानंद



बनारसी मौर्या/सुशील कुमार तिवारी 

नवाबगंज गोंडा। ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुंदर दास चौराहे के निकट स्थित कटरा कुटी धाम पर पतित पावनी मां सरयू की अवतरण दिवस सरयू जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई ! सर्वप्रथम मां सरयू के जल कलश पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मुख्य अतिथि विपनेश पांडे तथा ब्रह्माकुमारी आश्रम कटरा की संचालिका बहन प्रतिमा दीदी ने किया ! कटरा कुटी धाम के महाराज ने कहा कि नदियां हमारे जीवन की रेखा है ,सरयू जयंती से प्रकृति के साथ जुड़ाव का संदेश है ! मंहथ ने कहा कि मां सरयू का जन्म भगवान राम से पहले हुआ ! मां सरयू का नित्य दर्शन कलयुग के कलुषित पापों का नाश कर देता है ! बब्लू तिवारी ने कहा कि सरयू के तट पर आने मात्र से ही व्यक्ति भक्ति के आश्रय को प्राप्त कर लेता है ! कथावाचक लव महाराज ने कहा कि सरयू की उत्पत्ति भगवान विष्णु के  नेत्रों से प्रकट हुई है! ज्योतिषाचार्य चंद्र किशोर शास्त्री ने कहा कि सरयू मां सभी पापों को मिटाती हैं ! डॉ अरुण सिंह ने कहा कि चैतराम नवमी के अवसर पर तीर्थराज प्रयाग सहित सभी तीर्थ के राजा अयोध्या में काले घोड़े से आते हैं और सरयू स्नान कर श्वेत घोड़े से जाते हैं ! विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि मां सरयू भगवान विष्णु की मानस पुत्री है और भगवान श्री राम के जीवन से जुड़ी है जब श्री राम ने सरयू में समाधि ली थी तब शिव जी क्रोधित हो कर मां सरयू को श्राप दिया था ! विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया इस अवसर पर दिवाकर मौर्य, विजय सोनी ,ओमप्रकाश गुप्ता ,धीरेंद्र शुक्ला ,भोला मिश्रा ,गौरीशंकर गुप्ता, रजनीश गुप्ता ,विनोद गुप्ता  आदि बड़ी संख्या में लोगों पर स्थित रहे!

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