गोंडा:लेखपालों के कड़े रुख के बाद सरकारी कार्य के दौरान अभद्रता करने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बता दे कि मनकापुर तहसील में तैनात लेखपालों के कड़े तेवर के बाद दिए गए शिकायती पत्र पर छपिया पुलिस ने थाना क्षेत्र के तीन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
क्या है मामला
मनकापुर तहसीलदार के आदेश के क्रम में 19 जून को क्षेत्रीय लेखपाल चकमार्ग की भूमि से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस देने गए थे, इस दौरान अतिचारियों ने लेखपाल से अभद्रता की थी तब लेखपाल ने छपिया पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए अपराध पंजीकृत करने का निवेदन किया था, लेकिन मामले को छपिया पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
थानाध्यक्ष पर आरोप
मामले में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले मनकापुर के लेखपालों ने उपजिलाधिकारी मनकापुर को ज्ञापन दिया था। जिसमे छपिया थाना अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा था कि छपिया थाना अध्यक्ष ने शिकायती पत्र पर एफआईआर न दर्ज करते हुए उल्टा लेखपाल से अभद्रता की है, सरकारी कार्य के दौरान छपिया थाना अध्यक्ष के द्वारा पुलिस बल मुहैया नहीं कराया जाता है। इससे सरकारी कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की प्रबल संभावना है।
लेखपालों ने दी चेतावनी
दिए गए ज्ञापन में लेखपालों ने चेतावनी देते हुए कहा था कि 21 जून के शाम 5:00 बजे तक मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो, शनिवार को आयोजित होने वाले समाधान दिवस में राजस्व कर्मी शामिल नहीं होंगे। मामले में 22 जून को दोपहर से पहले छपिया पुलिस ने मामला पंजीकृत कर लिया।
क्या है आरोप
मनकापुर तहसील अंतर्गत बभनजोत में तैनात लेखपाल दिनेश कुमार गौड़ का आरोप है कि 19 जून को छपिया थाना क्षेत्र के बुक्कनपुर गाटा सं• 308 मि• 10.003हे• चक मार्ग की भूमि पर तहसीलदार के आदेश के क्रम में गाजीपुर के रहने वाले अतिचारी हमीर हम्ज़ा पुत्र शौकत के यहां ग्राम प्रधान तथा अन्य दो सहयोगी लेखपाल गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव व साधू सरन के साथ अवैध कब्जा हटाने के लिए मौके पर नोटिस देने गया था। लेकिन मौके पर अमीर हम्ज़ा नहीं मिले। तब उनके मकान पर नोटिस चस्पा करना शुरू किया, इसी दौरान इमरान पुत्र शौकत, सिकंदर व इरफान पुत्रगण अबरार मौके पर पहुंच गए उनको बताया कि न्यायालय के आदेश पर नोटिस चस्पा किया जा रहा है। सात दिवस के अंदर कब्जा नहीं हटाएंगे तो बलपूर्वक कब्जा हटा दिया जाएगा।
भड़के आरोपी
लेखपाल का आरोप है कि आरोपियों ने राजस्व टीम पर अनावश्यक दबाव बनाना शुरू कर दिया, भड़कते हुए सहयोगी लेखपाल गिरीश चंद्र श्रीवास्तव का कॉलर पकड़कर मारपीट शुरू कर दिया। सहयोगी लेखपाल साधु शरण को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली दी। आरोप है कि दबंगों ने जान माल की धमकी देते हुए वाद विवाद के दौरान राजस्व अभिलेख भी फाड़ दिया। जिससे सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न हो गया।
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