संजीव शुक्ला
धौरहरा-खीरी: उत्तर खीरी धौरहरा रेंज में कहने को तो वन विभाग की बारह सौ बीघा जमीन खाली पड़ी है,जिस भूमि पर भू-माफिया अपनी ऊंची पकड़ बनाकर कई वर्षों से काबिज है। उसमें से कुछ भूमि को माफिया से मुक्त कराने के लिए वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने पैमाइश कराने के बाद भूमि पर पौध रोपण के लिए वन विभाग की एक टीम गड्ढे करा रही थी, तभी भू- माफिया अपने साथियों के साथ आ गया और वन कर्मियों पर लाठी,डंडे से हमला कर दिया। वनकर्मी अपनी जान बचा कर धौरहरा पहुंचे जहां कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। वही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाई शुरू कर दी है।
धौरहरा वन रेंज की वन बीट जंगल गुलरिया की गाटा संख्या 2 जो 3.84 हेक्टेयर यानी साढ़े बारह सौ बीघा वन भूमि है। यह वन भूमि घाघरा नदी के उस पार बहराइच सीमा पर पड़ती है। इस वजह से धौरहरा वन रेंज के अधिकारी ज्यादा ध्यान नही दे पाते। परिणाम स्वरूप इस बेशकीमती वन भूमि पर भू-माफिया ने कब्जा कर रखा है। जब इसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी को मिली तो उन्होंने राजस्व टीम के साथ मिलकर भूमि सर्वे कर पैमाइश कराई,और चिन्हीकरण के बाद उक्त भूमि पर पौधरोपण के लिए गड्ढे कराने के लिए वन टीम भेजी। टीम को गढ्ढे करवाते समय अपनी चुंगल से भूमि जाती देख भू-माफिया नंदलाल पुत्र हरिहर, अर्जुन पुत्र लोहा अपने अन्य साथियों ओमा,बुद्धा, शिवप्रसाद ,अयोध्या प्रसाद उर्फ नथुनी, आदि निवासी रामपुर रेतिया थाना सुजौली जिला बहराइच सहित करीब 25 अज्ञात लोग हाथों में लाठी डंडे और भाला बल्लम लेकर आ गए और वन दरोगा किशन कुमार, राम कैलाश सिंह सहित गड्ढे कर रही वन विभाग की टीम पर हमला बोल दिया। वन विभाग की टीम किसी तरह जान बचा कर धौरहरा पहुंची और कोतवाली में तहरीर देकर भू माफिया पर कार्रवाई के लिए गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तहरीर के आधार पर भू-माफिया के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वही इस बाबत वन क्षेत्राधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि वन भूमि पर काबिज भू-माफिया गढ्ढे करने गई टीम पर हमला किया है,रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वही प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पे मुक़दमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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