तथाकथित अपनी जेबें गर्म करने के लिए खनन माफिया के कारनामों पर डाल है पर्दा
संजीव
धौरहरा-खीरी:धौरहरा क्षेत्र में धौरहरा से लेकर खमरिया तक हो रहा अंधाधुंध बालू खनन लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालात यह है कि इस खनन में कुछ तथाकथित भी शामिल हो जगह जगह कार्यालय खोलकर मोटी कमाई कर रहे है,वही जिम्मेदार सबकुछ जानकर चुप्पी साधे हुए है। इसमें सबसे खाश बात तो खमरिया में बन रही शराब फैक्ट्री में चीनी मिल के ही कुछ नुमाइंदे आस पड़ोस के गावों किनारे नदी का सीना चीरकर दिन रात ट्रालियों में बालू भरकर हजारों टन की सप्लाई कर लाखों की कमाई कर राजस्व को चूना लगा रहे है।
धौरहरा क्षेत्र में नदियों में उफान आने से पहले बालू खनन माफिया धौरहरा से लेकर खमरिया तक कई महीने पहले से ही सक्रिय होकर खुलेआम नदियों व खेतो से अवैध रूप से बालू,मिट्टी का खनन कर नदी व जमीनों को उजाड़ बना रहा है। हालात यह है कि जिम्मेदारों की मिलीभगत से आस पड़ोस के गावों व शारदा व घाघरा नदी के समीप बेहिसाब खनन कर जहां लाखों की कमाई कर राजस्व को चूना लगा रहे है वही जिम्मेदार सबकुछ जानकर भी चुप्पी साधे हुए है।
चीनी मिल में बगैर रॉयल्टी हजारों टन बालू की हो रही सप्लाई बना चर्चा का विषय
ऐरा चीनी मिल में बन रही शराब फैक्टी में कई महीनों से जिम्मेदारों से सांठगांठ कर मिल के कुछ कर्मचारी व स्थानीय ठेकेदार देखते ही देखते खनन माफिया बन गए यह सब एकजुट होकर दर्जनों ट्रालियों के ज़रिए
ऐरा,शेरपुर,खनवापुर,लखपेड़ा, समर्दा,नौरंगपुर,सुर्जनपुर आदि स्थानों पर खनन कर खुलेआम हजारों टन बालू को निकालकर डंप कर सप्लाई कर रहे है जिसकी न तो कहीं रॉयल्टी कट रही है न ही कही लेखा जोखा है। इतना सब होने के बावजूद भी जिम्मेदारों की चुप्पी को देख लोग उनकी कार्यशैली पर ही अब सवालिया निशान लगाना शुरू कर दिया है।
तथकथितों ने ऑफिस खोलकर शुरू की वसूली
कुछ कथित लोग मिट्टी व बालू खनन में शामिल लोगों से अवैध वसूली करते हैं 100रुपये से 200 रूपया प्रति टाली टैक्टर से वसूली की जाती है। सूत्र बताते हैं कि खनन के लिए बाकायदा हफ्ता भी बांध दिया है कि हमारा हिस्सा हमें चाहिए।
बालू खनन में अभी तक जहां कुछ तथा कथित एवं क्षेत्रीय छुटभैयों के ही शामिल होने की चर्चाएं हो रही थी,पर मामला ज्यों आगे बढ़कर लाखों का हुआ तो उसे देख अब कुछ तथाकथित भी अपना प्रभाव दिखाकर कुछ स्थानों पर ऑफिस खोलकर सम्बंधित खनन माफियाओं से जुड़ वसूली शुरू कर दी है,जहां यह अपनी जेबें गर्म करने के चक्कर मे खनन माफिया के कारनामों पर पर्दा डालने का काम आसानी से निभा रहे है, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में तरह तरह की चर्चाएं भी हो रही है। हालात यह हो गए है कि क्षेत्र में कई महीनों से खुलेआम हो रहा अंधाधुंध खनन थमने की जगह विकराल रूप धारण करता जा रहा है। अगर इस पर जल्द ही अंकुश न लगाया गया तो एक तरफ जहां राजस्व को लाखों का नुकसान हो रहा है,वही क्षेत्र में बरसात के दौरान हालात बिगड़ने में देर नहीं लगेगी।
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