बाराबंकी:गन्ने के खेत में आग लगने की सूचना मिलने के बाद डायल 112 में तैनात दरोगा अपने सहयोगियों के साथ आग लगने वाले खेत के तरफ पैदल ही चल पड़े। लगभग 1 किलोमीटर तक पैदल चलने के बाद दरोगा की स्थिति बिगड़ गई और वह गश खाकर गिर पड़े। दरोगा के साथ में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर पहुंचाया, जहां पर दरोगा के हालात को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद अंतर्गत रामनगर कोतवाली के कुम्हरवा गांव में रहने वाले पप्पू सिंह के खेत में अचानक से आग लग गई। आग लगने की जानकारी डायल 112 के साथ फायर ब्रिगेड को उपलब्ध कराई गई। आग लगने की सूचना मिलते ही 55 वर्षीय उप निरीक्षक अनिल कुमार शुक्ला अपने हमराही कमलेश मौर्य और चालक संतोष कुमार मिश्रा के साथ घटनास्थल के तरफ चल पड़े। लेकिन जिस गन्ने के खेत में आग लगी हुई थी, वहां तक चार पहिया वाहन जाने के लिए रास्ता नहीं था, ऐसे में उप निरीक्षक अपने सहयोगियों के साथ पैदल ही चल पड़े। 1 किलोमीटर से अधिक पैदल चलने के कारण से दरोगा लू और गर्मी के चपेट में आ गए। मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। आग बुझा कर लौटने के दौरान दरोगा की हालत खराब होने लगी। कुछ दूर चलने के बाद वह बेहोश होकर गिर पड़े। साथ में मौजूद सिपाही और चालक ने उप निरीक्षक को रामनगर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उप निरीक्षक के स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने जिला मुख्यालय के लिए रेफर कर दिया। उधर मामले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ उप निरीक्षक चंद्रहास मिश्र भी अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने दरोगा को परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया।जनपद हरदोई के बेल्टा गोकुल गांव के रहने उप निरीक्षक अनिल कुमार शुक्ला रामनगर कोतवाली में डायल 112 पर तैनात थे।
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