गोंडा: नई दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय कृषि आर्थिक एवं नेट अनुसंधान संस्थान के डॉक्टर विकास कुमार, गोंडा में दो दिवसीय भ्रमण के अंतिम दिन मनकापुर के कृषि विज्ञान केन्द्र पहुंचे। यहां डॉ. रामलखन सिंह, डा. मनोज कुमार सिंह, डा. ज्ञानदीप गुप्ता व डा. दिनेश कुमार पांडेय के साथ प्रगतिशील कृषक अतुल कुमार सिंह उर्फ अतुल भैया के कुंवरानी कृष्णा कुमारी प्रक्षेत्र ( के-3 फार्म) ग्राम फिरोजपुर विकासखंड मनकापुर जनपद गोंडा का भ्रमण किया। डा.विकास ने रक्षाराम पांडेय प्रक्षेत्र प्रबंधक से प्रक्षेत्र के आय -व्यय, समस्याओं तथा प्रक्षेत्र को लाभकारी बनाने के सुझावों पर चर्चा की तथा भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कृषक हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी । प्रक्षेत्र में खाद्यान्न फसलों में धान, गेहूं व मोटे अनाज , दलहनी फसलों में अरहर उर्द मूंग एवं चना तिलहनी फसलों में तिल तोरिया एवं सरसों, बागवानी फसलों में केला, आम, अमरुद, नीबू, चीकू, बेर, अनन्नास, बेर, जामुन और सब्जियों में भिंडी, कद्दू, लौकी, टमाटर, बैंगन, मूली और मचान पर परवल की खेती होती है। नेट हाउस में उन्नत किस्म की सब्जियों व फलदार वृक्षों की पौध तैयार कर मनकापुर नर्सरी में बेची जाती है। इससे स्थानीय किसानों को उन्नतशील प्रजाति के पौध की प्राप्ति होती है। यहां सिंगल बड तकनीक से गन्ना की उन्नत किस्म की पौध तैयार होती है। धरा अमृत वर्मी कम्पोस्ट एवं जय गोपाल वर्मी कम्पोस्ट, उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण देकर कृषकों को प्रशिक्षित किया जाता है तथा प्रक्षेत्र पर केंचुआ खाद का व्यवसायिक उत्पादन किया जा रहा है । प्रक्षेत्र में उन्नत साहीवाल किस्म की गायों का पालन किया गया है । प्रति वर्ष 10 एकड़ क्षेत्रफल में केला प्रजाति जी 9 की बागवानी की जाती है । प्रक्षेत्र में उगाई जाने वाली सभी फसलों में वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग किया जाता है । प्रत्येक वर्ष हरी खाद की खेती करने या वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग करने से सभी फसलों की भरपूर पैदावार मिलती है । धान गेहूं आदि सभी फसलों की बुवाई पंक्तियों में की जाती है । प्रक्षेत्र में 20 श्रमिकों को पूरे वर्ष खेती से रोजगार मिला हुआ है । यह प्रक्षेत्र कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के प्रसार अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं, छात्रों कृषकों आदि के लिए शिक्षाप्रद है । जनपद में संचालित कृषि महाविद्यालयों, गन्ना विभाग, कृषि विभाग से एक्सपोजर विजिट में आने वाले विद्यार्थियों एवं कृषकों को खेती की तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। यहां कुल क्षेत्रफल 40 एकड़ है। अतुल भैया को गेहूं गन्ना केला की खेती में जनपद स्तर पर पुरस्कृत किया जा चुका है। इनके द्वारा कृषि, उद्यान आदि विभागों, कृषि विज्ञान केंद्र, केंद्रीय औषधि एवं सगंध संस्थान लखनऊ, राष्ट्रीय वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान से मार्ग दर्शन प्राप्त कर उन्नत कृषि तकनीकों का खेती में प्रयोग किया गया है। डॉ• विकास कुमार वैज्ञानिक पूसा नई दिल्ली ने अतुल भैया की खेती की प्रशंसा की। खेती की लागत को कम करने के लिए ई-मंडी से विपणन करने का सुझाव दिया। नवाबगंज विकासखंड के हृदयराम यादव व राधेश्याम तिवारी के प्रक्षेत्र का भ्रमण कृषि विभाग के बीटीएम वीरेंद्र कुमार यादव द्वारा कराया गया।
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