गोंडा में तैनात प्लाटून कमांडर ने अपने ही सिपाही से दस हजार रुपए की रिश्वत मांग ली। मामले में सिपाही के शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने प्लाटून कमांडर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अपने ही सिपाही से प्लाटून कमांडर ने उसे पर रपट की हुई कार्यवाही को समाप्त करने के लिए दस हजार रुपए की मांग की थी।
गोंडा जिले की तीसवीं वाहिनी पीएससी के प्लाटून कमांडर को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन टीम ने मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गोंडा के नगर पुलिस में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जनपद अंतर्गत अलीगंज थाना क्षेत्र के ककरही गांव के रहने वाले सिपाही रूपेंद्र राव पीएससी में तैनात हैं। उनके ऊपर ड्यूटी के दौरान लापरवाही करने का आरोप लगा है, जिसमें रपट भी दर्ज है। अपने मामले को लेकर रूपेंद्र राव प्लाटून कमांडर सूबेदार रामकेवल सिंह से संपर्क किया। इसके बाद सिपाही ने एंटी करप्शन टीम से प्लाटून कमांडर पर आरोप लगाया कि उसके मामले को खत्म करने के एवज में सूबेदार राम केवल सिंह दस हजार रुपए की मांग कर रहे हैं।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को ट्रैप टीम प्रभारी इंस्पेक्टर धनंजय सिंह के अगुवाई में टीम गठित की। गठित टीम ने प्लाटून कमांडर के गिरफ्तारी के लिए योजना बनाई।
टीम ने सिपाही को दस हजार रुपए देकर प्लाटून कमांडर रामकेवल सिंह के पास भेज दिया। इस दौरान एंटी करप्शन टीम के सदस्य सिपाही के आसपास मौजूद रहे। पीएससी कैंटीन के बाहर प्लाटून कमांडर ने सिपाही से दस हजार रुपए रिश्वत लिया। तुरंत ही एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
मामले में ट्रैप टीम प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि तिसवीं वाहिनी पीएससी में तैनात सूबेदार राम केवल सिंह कुशीनगर जनपद के कसया थाना अंतर्गत सिरसिया खोहिया गांव के रहने वाले हैं, रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर नगर कोतवाली पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है।
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