कमलेश
खमरिया खीरी:उत्तर खीरी वन रेंज धौरहरा के बालू पुरवा में सोमवार को खूंखार तेंदुआ के टैंक में गिरने के बाद जाल लगाकर रेस्क्यू करने पहुचीं वन विभाग की टीम देर रात उसका रेस्क्यू न कर उसे टैंक में सीढ़ी डालकर भगाने में ही अपनी होशियारी समझी,जिसके बाद से बालू पुरवा समेत आस पड़ोस के करीब आधा दर्जन गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। वही डरे सहमे ग्रामीणों की माने तो वन विभाग तेंदुए को टैंक में आसानी से रेस्क्यू कर जंगल मे छोड़ सकता था पर उसने ऐसा नहीं किया यह समझ से परे है।
उत्तर खीरी वन रेंज धौरहरा क्षेत्र के बालूपुरवा में सोमवार को एक तेंदुआ नलकूप के टैंक में गिर गया था जिसकी सूचना ग्रामीणों से मिलते ही मौके पर पहुचीं वन विभाग की टीम ने उसे रेस्क्यू करने के लिए टैंक के चारो ओर जाल लगाया तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली पर देर रात जब वह वन विभाग ने तेंदुए का रेस्क्यू न कर उसे टैंक से भगा दिया तो बालू पुरवा समेत आस पड़ोस के करीब आधा दर्जन गांवों में पूर्व की भांति पुनः दहशत व्याप्त हो गई है। इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग टैंक में मौजूद तेंदुए को आसानी से रेस्क्यू कर उसे जंगल मे छोड़ सकता था पर मौके पर मौजूद वन अधिकारी व कर्मियों ने ऐसा न कर टैंक में सीढ़ी लगाकर उसे खेतो में भगा कर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
तेंदुए के भागने तक लाव लश्कर के साथ मौजूद रही वन विभाग की टीम
ग्रामीण यह भी बताते है कि वन विभाग की टीम क्षेत्रवासियों को दिखावट के लिए दोपहर से लेकर देर रात तक बगैर तामझाम के ही गाड़ियां दौड़ाकर जल्द ही तेंदुए को रेस्क्यू करने का दंभ भरती रही पर जैसे ही रात अधिक हुई तो लाठी डंडे पटककर पहले ग्रामीणों को भगाया फिर टैंक में सीढ़ी लगाकर तेंदुए को खेतों में भगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया। जिसकी वजह से आज लोग खेतो में पड़ी व खड़ी फसलों की रखवाली करने की बजाए घरों पर ही रहना उचित समझे हुए है। वही इस बाबत जब वह विभाग से संपर्क किया गया तो उनके फ़ोन रिसीव नहीं हो पाए।
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