आनंद गुप्ता
पलिया कलां लखीमपुर खीरी। कृषि में नित नये नवाचारों के लिये जिले में अपनी अलग पहचान बनाने वाले प्रगतिशील गन्ना किसान अचल कुमार मिश्रा का भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली में आयोजित होने वाले "नवोन्मेषी किसान" सम्मान समारोह में 6 जून को सम्मानित किया जायेगा।
खीरी जिले के बिजुवा ब्लाक के ग्राम मड़ईपुरवा में रहने वाले 41 वर्षीय प्रगतिशील गन्ना किसान अचल कुमार मिश्र कृषि में नित नये नये नवाचार के लिये जिले में ही नही देश भर में अपनी अलग पहचान बनाई है।
गन्ने के साथ करते है एकीकृत कृषि
अचल कुमार मिश्रा ने अपने खेतों के बीच बेहद खूबसूरत फार्म बना रखा है जहां वो गन्ने की नर्सरी के साथ मधुमक्खी पालन, कड़कनाथ मुर्गा, एजोला उत्पादन, वर्मी कंपोस्ट आदि भी बनाते हैं, ताकि में कृषि में लागत कम हो और उत्पादन बेहतर हो सके।
अचल बताते हैं, "आज के समय में ज्यादा उत्पादन के लिए कई किसान मनमाने ढ़ंग से रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करने लगे हैं, जिससे खेती में लगात बढ़ती जाती है लेकिन अगर मुर्गी की खाद, वर्मी कंपोस्ट और एजोला आदि का कृषि में सही तरीके से देसी खाद बनाकर प्रयोग किया जाएं तो न सिर्फ बाजार से कम उर्वरक खरीदनी होंगी बल्कि उत्पादन भी अच्छा होगा।"
अपनी खेती की सफलता को लेकर अचल मिश्रा बताते हैं, गन्ना लंबी अवधि की फसल है, तो हम लोग क्या करते हैं, गन्ने के साथ सहफसली खेती करते हैं। जैसे गन्ने के साथ लहसुन, सरसों, ब्रोकली,आदि बीच में बो देते हैं तो जब तक गन्ने की फसल तैयार होती है तब तक दूसरी फसलें तैयार हो जाती हैं। इससे हमें सिर्फ गन्ने के उत्पादन का ही इंतजार नहीं करना पड़ता।'
पीएम से लेकर सीएम तक कर चुके है सम्मानित
अचल मिश्रा को कृषि में नवाचार और विविधि करण को लेकर देश के प्रधानमंत्री से लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी सम्मानित कर चुके।राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग ख्याति प्राप्त कर चुके अचल मिश्रा ने बताया कि हमें कृषि में नित नई सफलता के पीछे अपने पिता को आदर्श मानता हूं।
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