Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

चौथे पड़ाव पर सेमरा भगत में पहुँचा परिक्रमार्थियों का जत्था



श्याम त्रिपाठी / बनारसी मौर्या 

परसपुर (गोण्डा) परसपुर क्षेत्र के सूकरखेत पसका, गुरु नरहरि आश्रम, वाराह भगवान मन्दिर दर्शन के बाद शुक्रवार को अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा यात्रा के साधु संतों ने तिवारी बाजार होकर सेमरा में रात्रि विश्राम किया। इससे पहले संतों ने सरयू संगम के त्रिमुहानी तट पर स्नान ध्यान करके गुरु नर हरि आश्रम में मत्था टेककर और वाराह भगवान मन्दिर में दर्शन पूजा प्रसाद चढ़ावा किया। 

धर्मार्थ सेवा संस्थान के परिक्रमा संचालक महंत गया दास के अगुवाई में मखभूमि मखौड़ा धाम जिला बस्ती से प्रारम्भ 22 दिवसीय परिक्रमा यात्रा में शामिल साधु संतों का ग्रामीणों ने फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। महंत गयादास व महंत ओंकार दास के अगुवाई में यात्रा कर रहे साधु संतों का जत्था खैरा वृंदावन व भैरव दास कुटी पर रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार को तिवारी पुरवा, सकरौर, बखरिहा होकर सेमरा गंगा राम भगत के यहाँ पड़ाव डाला। परिक्रमा संचालक महंत गयादास ने बताया कि अयोध्या की शास्त्रीय सीमा बस्ती अम्बेडकर, अयोध्या, बाराबंकी जिला होकर परिक्रमार्थियों के जत्थे ने गोण्डा जिला में प्रवेश किया। विभिन्न पौराणिक स्थल जम्बू तीर्थ, तुलसी जन्मभूमि मन्दिर राजापुर, नरहरि आश्रम, वाराह भगवान से पैदल चलकर परिक्रमार्थी सेमरा गांव पहुंचे। 

उन्होंने कहा कि यानि कानि च पापानि, जन्मांतर कृतानि च। तानि सर्वाणि नश्यन्तु प्रदक्षिणम पदे- पदे। ऐसी मान्यता है कि जिस प्रकार भगवत प्रदक्षिणा से जन्म जन्मांतर के किये हुए समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। उसी प्रकार से जो प्राणी मनसा वाचा कर्मणा से एक बार भी धामाध पति अवध धाम साक्षात बैकुंठ पुरी होने के चलते अतुलनीय अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा कर लेता है। उसके सभी पाप धुल जाते हैं। गंगाराम भगत, अवधेश, किशन समेत ग्रामीणों ने आये हुए परिक्रमार्थियों को दही चुरा शर्बत, ठंडा पेय, जलपान व भंडारे का प्रबंध कराया।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे