गोंडा:दो दिनों के भीतर तीन लोगों ने आत्महत्या कर जीवन लीला समाप्त कर ली, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। तीनों मामले में पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी रवाना कर दिया।
बता दें कि इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत अलग-अलग स्थान पर दो दिनों के भीतर तीन लोगों ने फांसी के जरिए मौत को गले लगा लिया। मंगलवार के शाम एक युवक ने अपने घर में छत के कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या की थी, वहीं बुधवार को भी अलग अलग गांव में दो लोगों ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
बुधवार को पहली घटना
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरसहा गांव के मजरे रायपुर ब्रह्मचारी गांव के रहने वाले भुलावन कश्यप ने छत के हुक से रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। बताया जाता है कि मृतक की पत्नी मुन्नी देवी बच्चों के साथ मायके गई हुई थी।
दूसरी घटना
इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत गनवरिया गांव के रहने वाले मनीष शुक्ला ने घर के अंदर दरवाजा बंद करके गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। बताया जाता है कि मनीष शुक्ला का निबिहा परसापुर में ससुराल है जहां वह एक दिन पहले अपने पत्नी और बच्चों को छोड़ आया था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवक के शव को घटनास्थल से कब्जे में लेकर पंचायत नामा के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी रवाना कर दिया।
मंगलवार शाम युवक ने लगाई फांसी
इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर असिधा गांव के रहने वाले 30 वर्षीय शिवपूजन ने पत्नी के मायके से ससुराल न आने के कारण से फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर लिया था। बताया जाता है कि शिवपूजन की पत्नी पति से कुछ विवाद होने के ऊपर अपने 7 वर्षीय बच्चे को लेकर लंबे समय से मायके में रह रही है। पत्नी को मायके से ससुराल लाने के लिए शिवपूजन ने कई बार प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी, यही नहीं मामला अदालत तक पहुंच गया। बताया जाता है कि जिससे शिवपूजन ने मानसिक तनाव में आकर सुसाइड कर लिया था।
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