डेस्क:महज 300 रुपए के लिए भतीजे की गला काट का हत्या करके चाचा कोतवाली पहुंच गया, कोतवाली पहुंचने से पहले उसने खुद पर भी ब्लेड से हमला किया। कोतवाली पहुंचे चाचा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रविवार को पूर्व वाइस चेयरमैन के बेटे की उसके सगे चाचा ने महज 300 रुपये के लिए भतीजे का गला काटकर घायल कर दिया। इसके बाद उसे परिजन स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। हायर सेंटर जाते समय रास्ते में भतीजे की मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली के मोहल्ला मुगलपुरा के रहने वाले तारिक उर्फ तर्रो नगर पालिका के पूर्व वाइस चेयरमैन का छोटा बेटा मुनफैद उर्फ सारिक घर के पास छते वाली मस्जिद के नीचे पान की दुकान करता है। बताया जाता है कि वह अपने चाचा को प्रतिदिन 300 रुपए दिया करता था, लेकिन रविवार को यही 300 रुपए नहीं देने पर चाचा शाहिद ने दुकान के अंदर घुसकर धारदार हथियार से मुनफैद का गला रेत दिया। तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग मौजूद हो गए, उन्होंने आरोपी चाचा को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह वहां से भाग निकला। इसके बाद उसने खुद पर ब्लेड से हमला कर दिया।
बागपत जिले के शहर कोतवाली अंतर्गत छते वाली मस्जिद के नीचे संचालित दुकान में मात्र 300 रुपए के लिए चाचा से भतीजे का विवाद हो गया। इसके बाद आरोपी ने अपने भाई के बेटे की गला रेत कर हत्या कर दी। यही नहीं वह अपने भतीजे के ही खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए कोतवाली पहुंच गया। पुलिस में पहुंचकर उसने आरोप लगाया कि उसके भाई के लड़के ने उस पर जानलेवा हमला किया था। जबकि घायल हुए भतीजे को इलाज के लिए मेरठ ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी।
घायल हुए चाचा को पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराकर उपचार कराया, उधर मामले की जानकारी क्षेत्र में पहुंच गई। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तमाम लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने आरोपी चाचा से हाथापाई करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस वालों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कर दिया।
इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गौरव ने बताया कि प्राथमिक उपचार के उपरांत मुनफैद को मेडिकल कॉलेज मेरठ के लिए रेफर किया गया है। रास्ते में उसकी मौत हो गई है।
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