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भाई ही निकला मां, भाई, भाभी और तीन बच्चों का हत्यारा: पुलिस ने किया खुलासा, पूरा मामला जानकर रह जायेंगे दंग



उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक ही परिवार के 6 लोगों के हुए हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए परिवार के बेटे अजीत को गिरफ्तार किया है। 

बता दे की बीते शनिवार को सीतापुर जनपद के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पल्हापुर गांव में अनुराग, उसकी पत्नी, मां और तीन नन्हे मासूम का कत्ल हो गया था। तब पुलिस ने सामूहिक नरसंहार में हत्या के बाद आत्महत्या की थ्योरी बताई थी। उस दौरान मृतक अनुराग का भाई अजीत घटना का चश्मदीद बन गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य संकलन के बाद पुलिस की अपनी थ्योरी और मृतक के भाई अजीत की कहानी धरी की धरी रह गई। पुलिस ने जांच में पाया कि मां, भाई, भाभी और तीन भतीजों का कत्ल अनुराग के भाई अजीत ने ही किया है। मामले में पुलिस ने अजीत को गिरफ्तार कर लिया।

भाई ने क्यों की हत्या

पुलिस के पूछताछ में आरोपी अजीत ने बताया कि 1 वर्ष पूर्व उसके पिता वीरेंद्र सिंह का निधन हो गया था। इसके बाद उसके भाई अनुराग से जमीन और पैसों को लेकर कहासुनी होने लगी थी। उसने पुलिस को बताया कि उसका भाई पढ़ा लिखा होने के बावजूद शराब पीने का आदी हो चुका था। जिसे अजीत समाज में अपना अपमान समझ रहा था। पिता के द्वारा केसीसी लोन पर 24 लाख रुपए बकाया था। केसीसी का रकम चुकाने को लेकर आए दिन दोनों भाइयों तथा उसकी पत्नी प्रियंका से विवाद होता रहता था।

तरबूज के फसल से ऋण अदा करने का वादा

अजीत ने पुलिस को बताया कि उसके भाई अनुराग ने तरबूज की फसल से अपने हिस्से का लोन चुकाने की बात कही थी, लेकिन 10 मई के शाम को उसकी मां और भाभी ने बताया कि अनुराग लोन नहीं चुका पाएगा। जिससे अजीत का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया।

भोजन में मिला दी दवा 

पुलिस से अजीत ने बताया कि शाम को भोजन में खिचड़ी बना था, तब उसने खिचड़ी में चार-पांच नींद की गोलियां मिला दी थी। वह नींद के दौरान घटना को अंजाम देना चाहता था। 

भाई भाभी के कत्ल का इरादा

अजीत चाहता था कि घर के सब लोग नींद की गोलियां खाकर जब गहरी नींद में सो जाएं तब वह अपने भाई अनुराग और भाभी प्रियंका की हत्या कर दे। लेकिन उसे पता चला कि घर के सभी लोग बाहर से भोजन करके आए हैं। घर में बने खिचड़ी को घर के किसी भी सदस्य ने नहीं खाया।

बिजली बंद कर की हत्या

रात में अजीत अपने कमरे में लेट गया, रात के 2:00 बजे के बाद उसने अपने भाभी के कमरे की मेन स्विच ऑफ कर दी, थोड़ी देर लाइट बंद रहने के बाद गर्मी लगने पर भाई की पत्नी प्रियंका कमरे से बाहर निकल आई। तब अजीत ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।

जागने के कारण सबकी हत्या

गोली की आवाज सुनकर घर के सभी लोग जाग गए, इसके बाद अजीत ने मां की हत्या कर दी, फिर अनुराग सिंह के कमरे में जाकर उसकी हत्या की गई। 

बेटी नही मानी तो की हत्या

मां, भाई और भाभी की हत्या करने के बाद आरोपी अजीत ने अनुराग की बड़ी बेटी को समझाने की कोशिश करने लगा कि उसके पिता ने मां और पत्नी की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली है, लेकिन वह नहीं मानी और चीखने चिल्लाने लगी, जिससे दोनों बच्चे भी रोने चिल्लाने लगे। तब अजीत ने एक-एक करके तीनों बच्चों को छत से फेंक दिया। छत से उतरकर फिर यह देखा कि कहीं जिंदा ना बच्चे हो।

हत्या के बाद गढ़ी कहानी

वारदात को अंजाम देने के बाद अजीत ने अपनी पत्नी, रिश्तेदारों और गांव वालों को अपनी मनगढ़ंत कहानी बताते हुए सारा आरोप मृतक भाई अनुराग के सिर मढ़ दिया, कहा कि भाई ने सभी की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली है।

पड़ोसी ने लगाई गुहार

घटना की जानकारी होने के बाद अजीत के पड़ोस में रहने वाले लोग चिल्लाने लगे। जिससे गांव वालों की भीड़ इकट्ठा हो गई। ग्रामीणों ने देखा कि तीन बच्चों में दो बच्चों के शरीर में कुछ जान बाकी थी। उन्हें इलाज के लिए महमूदाबाद लेकर जाया गया, जहां एक बच्चे ने दम तोड़ दिया, वहीं दूसरे को लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया था। ट्रामा सेंटर पहुंचने से पहले ही तीसरे मासूम ने भी दम तोड़ दिया था। 

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