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BALRAMPUR...विद्यालय में मनाया गया भगवान परशुराम का जन्मोत्सव

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अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 10 मई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘‘भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव‘‘ मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने भगवान परशुराम जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण करके द्वीप प्रज्जवलित किया । तत्पश्चात् विद्यालय के अध्यापक व अध्यापिकाओं ने भी भगवान परशुराम जी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी ने बताया कि भगवान परशुराम त्रेता युग (रामायण काल) मे एक ब्राह्मण ऋषि के यहाँ जन्मे थे, जो भगवान विष्णु के छठां अवतार है। पौराणिक वृतान्तों के अनुसार उनका जन्म महर्षि भृगु के पुत्र महर्षि जमदग्नि द्वारा सम्पन्न पुत्रेष्टि यज्ञ से प्रसन्न देवराज इन्द्र के वरदान स्वरूप पत्नी रेणुका के गर्भ से वैशाख शुक्ल तृतीया को मध्यप्रदेश के इन्दौर जिला में ग्राम मानपुर के जानापाव पर्वत पर हुआ। वे भगवान विष्णु के आवेशावतार है।


महाभारत और विष्णु पुराण के अनुसार परशुराम का मूल नाम राम था किन्तु जब भगवान शिव ने उन्हें अपना परशु नामक अस्त्र प्रदान किया तभी से उनका नाम परशुराम हो गया। भगवान परशुराम शस्त्र विद्या के महान गुरू थे। उन्होनें भीष्म, द्रोण व कर्ण को शस्त्र विद्या प्रदान की थी। कर्ण को यह ज्ञात नही था कि वह जन्म से क्षत्रिय है। वह सदैव ही स्वयं को शुद्र समझते रहे लेकिन उनका सामार्थ्य छुपा न रह सका। उन्होनें भगवान परशुराम को यह बात नही बताई की वह शूद्र वर्ण के है, और भगवान परशुराम से शिक्षा प्राप्त कर ली। किन्तु जब परशुराम को इसका ज्ञान हुआ तो उन्होनें कर्ण को यह श्राप दिया कि उनका सिखाया हुआ सारा ज्ञान उनके किसी काम नहीं आएगा। इसलिए जब कुरूक्षेत्र के युद्ध में कर्ण और अर्जुन आमने सामने होते है तब वह अर्जुन द्वारा मार दिये जाते है, क्योंकि उस समय कर्ण को ब्रहास्त्र चलाने का ज्ञान ध्यान में ही नहीं रहा। विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सौम्या शुक्ला ने भगवान परशुराम का अभिनय किया । तत्पश्चात् गीत-जय परशुराम की कथा सुनाते है हम कथा सुनाते है नामक गीत पर मेधावी, मरियम, रत्न प्रिया, अनुष्का, मानवी पाल एवं सौम्या शुक्ला ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। अंत में प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर छात्र-छात्राओं की सराहना की । साथ ही भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव पर सभी छात्र-छात्राओं एवं अध्यापक अध्यापिकाओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक उपस्थित होकर ‘‘भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव‘‘ मनाया।

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