अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 12 मई को नगर स्थित अंग्रेजी माध्यम डिवाइन पब्लिक स्कूल में आज मातृ दिवस के अवसर पर स्कूल के बच्चों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा था । इस अवसर पर सभी बच्चे अपनी मां को प्रसन्न करने के लिए उन्हें उपहार देकर प्रसन्न करने के बारे में सोच रहे थे । बच्चे सुबह से अपनी मां के लिए स्कूल के अध्यापकों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के कार्ड बनवाया क्लास नर्सरी से क्लास 8 तक के सभी बच्चों ने अपनी मां के लिए अच्छे-अच्छे कार्ड तैयार किया।
जब स्कूल के प्रबंधक आशीष उपाध्याय को इस बात की जानकारी हुई कि आज बच्चे अपनी मां को प्रसन्न करने के लिए अध्यापकों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के कार्ड बनाकर अपनी मां को देना चाहते हैं, तो उन्होंने सभी बच्चों को एक हाल में बुलाकर एक नई शिक्षा देने की कोशिश की । उन्होंने अपने बच्चों को समझाते हुए बताया कि मातृ दिवस व पितृ दिवस जैसी संस्कृति हमारे भारत की नहीं है, बल्कि यह पाश्चात्य संस्कृति की है । हम अंग्रेजी माध्यम स्कूल होने पश्चात संस्कृति का अनुसरण करते आ रहे हैं । हमारी संस्कृति में माता-पिता का कोई एक दिवस नहीं होता है । बल्कि हर दिन मां पिता के आशीर्वाद से ही शुरू होता है।
यह संस्कृति उन देशों की है जहां पर एक बेटे और बेटी को अपने माता-पिता के लिए समय नहीं होता है, बल्कि वह महीने या साल में एक बार जाकर अपने माता-पिता से मिलते हैं । इसलिए वह लोग इस दिवस को मानते हैं । हमारी भारतीय संस्कृति में इस प्रकार का कोई दिन नहीं होना चाहिए, लेकिन आज हम सभी इस पाश्चात्य संस्कृत में रमते जा रहे हैं। डिवाइन पब्लिक स्कूल एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल होने के बावजूद भी अपने बच्चों को आज भी भारतीय संस्कृति से जोड़ रखा है । डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आशीष उपाध्याय द्वारा इस प्रकार की बातें सुनकर विद्यालय के सभी बच्चे काफी प्रभावित हुए और उन सब ने शपथ ली की हम सभी यदि मातृ दिवस या पितृ दिवस मनाना चाहते हैं तो वह दिवस कोई एक दिन नहीं होगा बल्कि हर दिन हमारे लिए मातृ दिवस और पितृ दिवस होगा । हम सब बच्चे अपने माता-पिता को सिर्फ एक दिन के लिए खुशी नहीं देंगे, बल्कि हम सभी रोजाना उन्हें खुश रखने का प्रयास करेंगे और हमेशा अपने माता-पिता के साथ रहेंगे । जहां आज शहर के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में इस दिवस को केक काटकर व विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके मनाया जा रहा था, वहीं डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अपने सभी बच्चों को एक हाल में बैठकर भारतीय संस्कृति की शिक्षा दे रहे थे और बच्चों को शपथ दिला रहे थे कि हम हमेशा अपने माता-पिता की सेवा करेंगे। डिवाइन पब्लिक स्कूल की इस प्रकार की सोच की हमेशा नगर के अभिभावकों द्वारा सराहना की गई और अभिभावकों ने स्वयं कहा कि हमारे बच्चे एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने के साथ-साथ इस विद्यालय द्वारा भारतीय संस्कृति की पूरी शिक्षा दी जाती है और बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति से दूर रखने की बात कही जाती है जिसका बच्चों पर एक अच्छा प्रभाव पड़ता है । यही कारण है की बहुत कम समय में डिवाइन पब्लिक स्कूल शहर के एक नामी स्कूल में अपना स्थान दर्ज कर चुका है । इस अवसर पर डिवाइन पब्लिक स्कूल का समस्त स्टाफ भी मौजूद था और प्रबंधक द्वारा सभी शिक्षकों को आज निर्देश दिया गया था कि आप सभी आज अपनी क्लास में माता-पिता के महत्व के बारे में अपने बच्चों को अवश्य बताएं ।
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