अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 16 अप्रैल को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में नवरात्रि के उपलक्ष्य में ‘‘माँ दुर्गा अष्ठमी एवं श्री राम नवमी‘‘ का पर्व मनाया गया। ‘‘माँ दुर्गा अष्ठमी एवं श्री राम नवमी‘‘ के अवसर सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डॉ0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने नव दुर्गा के रूप में अभिनय करती हुयी सभी कन्याओं की धूप तथा द्धीप प्रज्जवलित करके आरती उतारी एवं चरण स्पर्श करके तथा संकल्प लेकर मुद्रा दान करके एवं मिष्ठान खिलाकर आशीवार्द प्राप्त किया।
तत्पश्चात उपस्थित सभी लोगों ने नव दुर्गा के रूप में बनी सभी कन्याओं की आरती उतारी एवं चरण स्पर्श कर आशीवार्द प्राप्त किया। प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने माँ दुर्गा जी एवं श्री राम जी के चित्र पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित किया। प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने बच्चो को बताया कि शास्त्रों के अनुसार प्रतिवर्ष 4 नवरात्रि होती है, जिसमें चैत्र नवरात्रि मुख्य रूप से प्रमुख मानी जाती है। दुर्गा पूजा अथवा दुर्गोत्सव अथवा शरदोत्सव पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, झारखण्ड, मणिपुर, ओडिशा, त्रिपुरा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कश्मीर, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है। जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्टी, महासप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में माना जाता है, साथ ही यह भी बताया कि राम नवमी एक प्रसिद्ध हिन्दू त्योहार है। यह शुक्ल पक्ष या हिन्दू चंद्र वर्ष की चैत्र महीने के नौवें दिन (नवमी) पर मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान विष्णु के अवतार मर्यादा पुरूषोत्तम राम के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है। इस दिन को राम नवमी भी कहा जाता है। राम नवमी का त्योहार भारत के लोगो के द्वारा ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य हिस्सों में रहने वाले हिन्दु समुदाय के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। यह त्योहार बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। माना जाता है कि इस अवसर पर जो भक्त उपवास करते हैं उन पर अपार खुशी और सौभाग्य की बौछार होती है।
‘‘माँ दुर्गा अष्ठमी एवं श्री राम नवमी‘‘ के शुभ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत एक समूह नृत्य गीत-झूला झुलावे रे शेर मइया नामक गीत पर सौम्या, चाहत, प्रेणा, लावण्य, नैतिक, रश्मि, वैष्णवी, आस्था, श्रृयशी, शुभी, मिसिका एवं सिद्धार्थ ने राम का तथा नैतिक ने शेर का एवं सभी छा़त्राओं ने दुर्गा के रूप में अभिनय करके बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। प्रबन्ध निदेशक ने सभी अभिनय करने वाले छात्र-छात्राओं को उपहार प्रदान किया। अंत में डा0 एम0पी0 तिवारी नें दुर्गा अष्टमी एवं राम नवमी के सांस्कृति कार्यक्रम को देखकर सभी छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए भगवान श्री राम के उच्च आदर्शो के बारे में बताया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं नें ‘‘माँ दुर्गा अष्ठमी एवं श्री राम नवमी‘‘ के पर्व को उत्साह पूर्वक मनाया गया।
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