पं श्याम त्रिपाठी
मुंबई से सटे मीरारोड के शिवार गार्डर में देवदूत वानर सेना ने अपना पहला भव्य महा सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में हजारों के बीच से लोग उपस्थित थे, जो सभी जाती धर्म के लोग थे। स्थानीय विधायक प्रताप सरनाईक और विधान परिषद सदस्य रविन्द्र फाटक ने देवदूत वानर सेना के कार्यों की सराहना की और स्वयं इस संस्था के सदस्य बनने की अपील की।
देवदूत वानर सेना के संरक्षक अजित प्रताप सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश दुबे, कोषाध्यक्ष मनपीत कौर, संरक्षक विक्रम प्रताप सिंह, विवेक सिंह तनहा, और सह संरक्षक सुधाकर सिंह बिसैन सहित संस्था के अन्य सदस्यों ने मीडिया के माध्यम से लोगों को अपनी बात पहुँचाने की अपील की।
देवदूत वानर सेना का काम और योजना
देवदूत वानर सेना का गठन कोविड के काल में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के निवासी प्रशासनिक सेवा में कार्यरत अधिकारी अजित प्रताप सिंह एवं उनके टीम ने सोश्यल मीडिया के माध्यम से किया था। इस संस्था ने अबतक लगभग 50 हजार लोगों की मदद की है और सोश्यल मीडिया के माध्यम से लगभग 20 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद पहुँचाई है। इस संस्था में अब डेढ़ लाख से अधिक लोग सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़ चुके हैं। भारत के अलावा यह सेना विश्व के 14 देशों में भी कार्यरत है। इसका मुख्य उद्देश्य मुश्किल समय में लोगों की मदद करना है।
देवदूत वानर सेना की आगे की योजना
देवदूत वानर सेना के सदस्यों ने आगे की योजना बनायी है और उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे भी इस संस्था में जुड़ें और समाज की मदद करें। इसके साथ ही, देवदूत वानर सेना ने मीडिया के माध्यम से आर्थिक रूप से गरीब, जरूरतमंद, पीड़ित, और शोषित लोगों की मदद करने के लिए लोगों से सहायता की अपील की है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ