उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक दिल दहला देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जिसमें बेटी की संदिग्ध मौत किसी सूचना मिलने से आग बबूला होकर बेटी के ससुराल पहुंचे, और ससुराल के लोगों को जिंदा आग के हवाले कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को अंशिका केसरवानी की घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसकी सूचना पाकर मायके पक्ष के लोग बेटी के ससुराल पहुंचे, और घर में आग लगा दी। इस दौरान घर के अंदर कुल सात लोग मौजूद थे। आग लगने से विवाहिता के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी की जलकर मौत हो गई। शेष पांच लोगों को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बचा लिया।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक एक वर्ष पूर्व झलवा की निवासिनी अंशिका केसरवानी का मुट्ठीगंज के निवासी राजेंद्र प्रसाद केसरवानी के पुत्र अंशु से विवाह हुआ था।
सोमवार के रात ग्यारह बजे ससुराल वालों ने बहू के मायके सूचित किया कि उनकी बेटी अंशिका ने दिन के तीन बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
सूचना मिलते ही मायके में कोहराम मच गया। बेटी के ससुराल पहुंचे मायके वालों ने हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। इसी हंगामें दौरान मकान के निचले हिस्से में आग लग गई। जो महज कुछ ही समय में भयानक रूप लेते हुए मकान के चौथे मंजिलें तक पहुंच गया। मकान में मौजूद सभी लोग आग के लपटों में घिर गए। वही मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आग के बीच फंसे पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन मृतक के सास और ससुर को नहीं बचाया जा सका। फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस की मदद से आग पर काबू पाया गया, रात के 3:00 तक मकान के कमरों में सर्च अभियान चला इस दौरान पुलिस ने दो शव बरामद किया। दोनों सों की पहचान मृतका के सास और ससुर के रूप में हुई। फिर हाल घर में आग किसने लगाई यह अभी जांच का विषय बना हुआ है लेकिन ससुराल पक्ष और मायके पक्ष वाले एक दूसरे पर आग लगाने का आरोप लगा रहे हैं। आग किसने लगाई यह जांच का विषय है।
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