अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 14 मार्च को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने कक्षा-12 के जीव विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं के ‘‘वनस्पति विज्ञान‘‘ विषय पर वनस्पतियों (पौधों) में लैगिंक जनन एवं पुष्पों पर प्रयोग करते हुए उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रबन्ध निदेशक कक्षा-12 के जीव विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं को पौधों के विभिन्न भागों जैसे कि जड़तंत्र एवं प्रारोह तंत्र (रूट पार्टस एवं शूट पार्टस) एवं पौधों के प्रकार आर्वतबीजी एवं अनावृतबीजी पौधों की पहचान एवं उनके लक्षणों तथा पुष्पों के विभिन्न भागों की जानकारी क्षेत्र भ्रमण के द्वारा दिया गया।
आवृतबीजी पौधों में साइकस पौधा दिखाया गया तथा अनावृतबीजी पौधों में गुड़हल तथा गुलाब के फूलों के विभिन्न भागों के बारे में जानकारी दी गयी तथा पौधे मादा भाग स्त्रीकेशर की पहचान एवं नर भाग पुंकेसर जहां से परागकण निकलती है, की पहचान करायी गयी। विद्यालय के पुष्प के बगीचे में ले जाकर आवृतबीजी पौधे अर्थात ऐसे पौधे जिनके बीज पर कवर होता है और ऐसे पौधे जिनके बीज पर कवर नही होता है दिखाया और समझाते हुए पुष्प के भागों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेल पार्टस के कौन-कौन से हिस्से होते है, पुष्प के हिस्सों को दिखाया। फीमेल पार्टस के बारे में बताया कि पुष्प के कौन-कौन से हिस्से संरक्षण एवं प्रजनन मे हिस्सा लेते है, अनेक पुष्पों के अनेक बनावट के बारे विस्तृत जानकारी दी। अलग-अलग प्रकार के पुष्पों एवं उनके हिस्सों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए विद्यालय के जीव विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं में एक उत्साह दिखा। प्रबन्ध निदेशक ने कक्षा-12 के जीव विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं को वनस्पति विज्ञान विषय पर पढ़ाये गये टॉपिक अर्थात पुष्पों के प्रकार एवं उनके हिस्सों के बारे में प्रश्न पूछा जिस पर छात्र-छात्राओं ने जवाब दिया। अंत मे डा0 तिवारी ने कक्षा-12 के जीव विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं को हारबेरियम फाइल पर आवृतबीजी के विभिन्न प्रकार के फूलों को एकत्रित करके उसको चिपकाने के लिए दिया तथा गुड़हल पुष्प के विभिन्न भागों को अलग-अलग करके फाइल पर चिपकाकर उसके विभिन्न भागों के नाम लिखने के लिए गृहकार्य के रूप में दिया तथा इसी विषय पर दूसरे दिन कक्षा में रोल प्ले कराया जायेगा।
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