अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा बुधवार साउथ अफ्रीका के पेनिनसुला विश्वविद्यालय की डॉक्टर तस्लीम फातिमा का आमंत्रित व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडेय ने की।
13 मार्च को कार्यक्रम का शुभारंभ वाणी की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के चित्र पर कार्यक्रमाध्यक्ष एवं प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडेय विभागाध्यक्ष जंतु विज्ञान विभाग प्रो अशोक कुमार, डॉ राजीव रंजन, डॉ राजन प्रताप सिंह विभागाध्यक्ष बीज प्रौद्योगिकी एवं सभी प्राध्यापकों ने पुष्पर्चन करके किया। विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यह व्याख्यान निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगा नई शिक्षा नीति के अंतर्गत यह विषय पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित है।
मुख्य वक्ता डॉक्टर तस्कीन फातिमा ने अपने व्याख्यान में औषधिय पौधों के बारे में छात्राओं को जानकारी दी उन्होंने कहा कि पौधों से प्राप्त औषधीयाँ मानव सेहत के लिए अत्यंत सुरक्षित होती हैं। एक अन्य औषधीय पौधे रुईबोस के बारे में बताते हुए कहा की यह पौधा कैफ़ीन मुक्त चाय के रूप में प्रयोग किया जाता है जो तंत्रिका तंत्र तथा याददाश्त बढ़ाने में उपयोगी है।कार्यक्रमाध्यक्ष प्रोफेसर जेपी पांडेय सर ने छात्र-छात्राओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि पौधों से प्राप्त औषधीय का वर्णन प्राचीन चिकित्सा ग्रंथो जैसे चरक संहिता मैं भी मिलता है। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे आमंत्रित व्याख्यान विभागीय छात्र-छात्राओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान प्राचार्य जी ने आमंत्रित व्याख्याता डॉ तस्कीन फातिमा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।डॉ मोहम्मद अकमल जी ने आमंत्रित व्याख्याता का परिचय देते हुए अंत में सभी के प्रति धन्यवाद व्यापित किया। इस कार्यक्रम में बीसीए विभागाध्यक्ष डॉ अभिषेक सिंह जी ने तकनीकी सहायता प्रदान की तथा कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ शिव महेंद्र सिंह जी ने किया।
इस व्याख्यान में डॉ आकांक्षा त्रिपाठी, राहुल कुमार, डॉ कमलेश, मानसी पटेल, राहुल कुमार यादव, श्रवण कुमारजी, डॉ वीर प्रताप जी, डॉ अल्पना परमार जी, डॉ आर बी त्रिपाठी, अजय कुमार, आनंद बाजपेई, वर्षा सिंह, संतोष तिवारी, सौम्या शुक्ला, राशि सिंह, धर्मेशव व आशा के सी उपस्थित रहे ।
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