ग्राम विकास अधिकारी से मांगी थी दस हजार रुपए की रिश्वत
डेस्क:एंटी करप्शन ने डीडीओ कार्यालय के वरिष्ठ सहायक को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में एंटी करप्शन टीम अयोध्या इकाई कार्यालय के उप निरीक्षक ने आरोपी वरिष्ठ सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या था मामला
मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जनपद के डीडीओ कार्यालय से जुड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक अंबेडकरनगर में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात अधिकारी को जिला विकास अधिकारी ने लाभार्थी के आवास का निर्माण पूर्ण होने से पूर्व ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की अन्तिम किस्त का भुगतान किये जाने के आरोप में निलम्बित कर दिया था, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने नियमानुसार लाभार्थी के आवास निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरान्त ही किस्त जारी किया।
इसलिए ग्राम विकास अधिकारी ने निलम्बन आदेश के विरुद्ध उच्च न्यायालय लखनऊ खण्डपीठ में रिट दाखिल की थी, जिस पर निलम्बन आदेश को उच्च न्यायालय में स्टे कर दिया था। स्टे आदेश मिलने पर ग्राम विकास अधिकारी ने बहाली के लिए डीडीओ कार्यालय अम्बेडकरनगर में वरिष्ट सहायक वीरेन्द्र सिंह चौहान से सम्पर्क किया तो, वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बहाली कराने के लिये दस हजार रूपये रिश्वत की माँग की। तब ग्राम विकास अधिकारी ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत करते हुए कहा कि रिश्वत लेते हुए वरिष्ठ सहायक वीरेन्द्र सिंह चौहान को रंगे हाथों पकडवाना चाहता हूं। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी निरीक्षक राय साहब द्विवेदी ने प्री ट्रैप जांच के लिए निरीक्षक दिनेश कुमार उपाध्याय को जिम्मेदारी सौंपी।
गठित एंटी करप्शन टीम ने आरोपी वरिष्ठ सहायक को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
मामले में एंटी करप्शन टीम के प्रभारी राय साहब द्विवेदी ने वरिष्ठ सहायक वीरेंद्र सिंह पुत्र श्याम नारायण सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अकबर पुर पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है।
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