बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) क्षेत्र के महंगूपुर गाँव में आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिवस पर कथा व्यास ने भागवत धर्म का महत्व और कपिल देवहुति संवाद की कथा का रसपान किया। आचार्य राज नारायण ने कहा कि भागवत कथा मृत्यु लोक के साथ-साथ परलोक को भी सुधारने का माध्यम है। उन्होंने द्वेष, ईर्ष्या, पाप, मोह, लोभ आदि को त्यागकर भागवत कथा के अमृत को स्वीकार करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने बताया कि भगवान कपिलने सांख्य शास्त्र का प्रतिपादन किया और माता देवहुति के प्रश्नों का उत्तर दिया, जिससे मन को शांति मिली। उन्होंने सभी को राष्ट्र सेवा में समर्पित होने का आग्रह किया और राष्ट्र धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। इसके साथ ही, वे धुर्व, विदुर और भरत के चरित्र का भी बखान किया।
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