उत्तर प्रदेश के बस्ती पुलिस ने एक सनसनीखेज घटनाक्रम में 10 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक कुख्यात गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसके 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में विनोद कुमार, बाबर खान, अनील कुमार पांडेय, दुर्विजय उर्फ डब्लू और सुड्डू गौड़ शामिल हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 लाख 58 हजार रुपये नगद, सोने-चांदी के आभूषण, घटना में इस्तेमाल किए गए 3 वाहन और 3 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
इस तरह देते थे घटना को अंजाम
यह गिरोह स्वर्ण व्यवसायियों को सस्ते दामों पर सोना बेचने का लालच देकर ठगी करता था। गिरोह के सदस्य खुद को पुलिसकर्मी बताकर स्वर्ण व्यवसायियों को डराते थे और उनसे पैसे छीन लेते थे। गिरोह का नेतृत्व विनोद कुमार कर रहा था। बाबर खान और अनील कुमार पांडेय गिरोह में मुख्य भूमिका निभाते थे। दुर्विजय उर्फ डब्लू और सुड्डू गौड़ घटना को अंजाम देने में मदद करते थे।
इस तरह वारदात को दिया अंजाम
25 फरवरी 2024 को, गिरोह ने तुलसीपुर के एक स्वर्ण व्यवसायी आकाश सोनी को सस्ते दामों पर सोना बेचने का झांसा दिया। उन्होंने आकाश को प्रेक्षागृह बस्ती के पास बुलाया। वहां, गिरोह के सदस्यों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और आकाश को डराने लगे। उन्होंने आकाश से कहा कि उसके पास अवैध सोना है और उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डर के मारे, आकाश ने गिरोह को 10 लाख रुपये दे दिए।
हुई गिरफ्तारी
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि यह गिरोह अमहट घाट पुलिया के पास एकत्र होने वाला है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर इन सभी को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।गिरफ्तार किए गए सुड्डू गौड़ पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।पुलिस का कहना है कि यह गिरोह सक्रिय था और कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।
पुलिस टीम
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली चन्दन कुमार, स्वाट टीम प्रभारी उमाशंकर त्रिपाठी, सर्विलांस सेल प्रभारी शशिकान्त, हेड कांस्टेबल रमेश कुमार यादव, धर्मेन्द्र कुमार, रमेश कुमार, पवन तिवारी, अवनीश सिंह, कांस्टेबल किशन सिंह, सुभेन्द्र तिवारी, अभिलाष सिंह, संतोष यादव और शेरु चौहान शामिल थे।
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