जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक के बयान का जिला गन्ना अधिकारी ने किया खंडन
आयुष मौर्या
धौरहरा खीरी।धौरहरा क्षेत्र के किसानों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। किसानों से लोडिंग अनलोडिंग व भाड़ा के नाम पर जहां मिल भुगतान के समय पहले ही कटौती कर ले रही है वहीं मिल कर्मचारियों की मिली-भगत से क्रय केंद्रों पर भी किसानों का शोषण कर उसने लोडिंग अनलोडिंग के नाम पर वसूली की जा रही है। क्रय केंद्रों पर गन्ना ले जाने वाले किसान सब कुछ जान कर भी मिल कर्मचारियों व ठेकेदारों के शोषण को सहने के लिए मजबूर हैं। विरोध करने पर किसानों को ठेकेदार व मिल कर्मचारियों के कोप भाजन का शिकार होना पड़ रहा है। बावजूद जिम्मेदार केवल निर्देश देकर अपना पल्ला झाड़ते हुए देखे जा रहे है। हद तो तब हो गई जब जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने उच्च अधिकारियों की बात को दरकिनार करते हुए किसानों को लेकर नई बात कह दी। उन्होंने कहा कि किसान अपने गन्ने को तुलवाने के बाद ट्रक में पकड़वा दे।
गोबिंद शुगर मिल ऐरा के गन्ना तौल केंद्रों पर गन्ना लोडिंग अनलोडिंग को लेकर कर्मचारियों व ठेकेदारों की साठगाठ से किसानों से की जा रही वसूली को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है। कलुआपुर क्रय केंद्र से मिल पहले ही सात रुपए बीस पैसे लोडिंग अनलोडिंग व भाड़ा के नाम पर पहले ही भुगतान के समय काट ले रहा है जबकि कलुआपुर क्रय केंद्र पर किसानों से पांच रुपए प्रति क्विंटल नगद वसूली की जा रही है। किसानों का हो रहे शोषण को लेकर किसान नेताओं ने भी नाराजगी व्यक्त कर की जा रही वसूली को लेकर प्रदेश स्तर पर शिकायत कर अवैध वसूली को बन्द करवाने की मांग करने की बात कही है। बीते दिनों ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने कहा था कि किसान अपने गन्ना को तुलवाने के बाद वाहन में पकड़ा दे।इस बाबत जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि किसान लोडिंग अनलोडिंग के नाम पर किसी को एक भी पैसा न दे,किसान गन्ना तुलवाने के बाद क्रय केंद्र के यार्ड में गन्ने का चट्टा लगा दे। लोडिंग अनलोडिंग के नाम पर यदि उनसे कोई पैसा लिया जा रहा है तो उनके साथ ही पुलिस से शिकायत करें। साथ ही बताया कि ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक द्वारा गन्ना ट्रक में पकड़वाने की कही गई बात का मैं खण्डन करने के साथ ही उनको नियम से अपडेट करवाता हूं।
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