Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

मनकापुर के गौरव: इटली में करेंगे सुपरकंप्यूटर पर रिसर्च, शुभचिंतकों ने दी बधाई



अर्पित सिंह 

गोंडा: कड़ी मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर सफलता की नई ऊंचाइयों को छूने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है मनकापुर के युवा वैज्ञानिक डॉ. गौरव शुक्ल। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले डॉ. गौरव ने इटली के एक प्रतिष्ठित रिसर्च ग्रांट को जीतकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

यह रिसर्च ग्रांट दुनिया भर के युवा वैज्ञानिकों को दिया जाता है, और इस बार डॉ. गौरव ने 100% स्कोर प्राप्त करके यह उपलब्धि हासिल की है। वे इटली में इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंस, पीसा में रिसर्च डायरेक्टर प्रोफेसर स्टेफन हैउन के साथ काम करेंगे।

डॉ. गौरव इटली में सुपरकंडक्टर और सेमीकंडक्टर के अंतःक्रिया पर कम तापमान पर सुपरकंप्यूटर की संभावनाओं को विकसित करने पर शोध करेंगे। यह रिसर्च भविष्य में सुपरकंप्यूटरों को अधिक शक्तिशाली और ऊर्जा-कुशल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

डॉ. गौरव की शिक्षा ग्राम पंचायत महादेवा के प्राथमिक विद्यालय सतिया से शुरू हुई। उन्होंने डीपी इंटर कॉलेज और एपी इंटर कॉलेज मनकापुर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की।

एमएससी के बाद उन्होंने नेट, सीएसआईआर-जेआरएफ और जेस्ट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की और बैंगलोर के सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज से पीएचडी की।

पीएचडी के दौरान डॉ. गौरव ने सेल्फ-क्लीनिंग सरफेस, स्ट्रक्चरल कलर्स, सेंसर्स और प्लास्मोनिक्स फील्ड में रिसर्च किया। उनका शोध अमेरिका के एप्लाइड ऑप्टिक्स जर्नल के कवर पेज पर भी प्रकाशित हुआ है।

इसके अलावा, डॉ. गौरव अमेरिकन फिजिकल सोसाइटी, अमेरिकन ऑप्टिकल सोसाइटी और मैटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं।

वर्तमान में, डॉ. गौरव भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे में पोस्टडॉक्टोरल साइंटिस्ट के रूप में कार्यरत हैं, जहाँ वे मानव मस्तिष्क की तरह काम करने वाले आर्टिफिशियल न्यूरोमोर्फिक यंत्र का निर्माण करने पर शोध कर रहे हैं।

डॉ. गौरव विज्ञान संचार को भी बहुत महत्व देते हैं। वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के साथ-साथ 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को विज्ञान प्रदर्शनों के माध्यम से विज्ञान में रुचि पैदा करने का प्रयास करते हैं।

डॉ. गौरव की सफलता निश्चित रूप से युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह दर्शाता है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को पूरा कर सकता है।डॉ. गौरव की सफलता पर उनके परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी है।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे