अर्पित सिंह
उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत दो दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला का शुभारम्भ आज दिनांक 8 फरवरी 2024 को डॉ. संपूर्णानंद प्रेक्षाग्रह टाउन हॉल में किया गया । इस अवसर पर टाउन हॉल में कृषि एवं संबद्ध विभागों द्वारा एक प्रदर्शनी लगाई गई । प्रदर्शनी में मोटे अनाजों आदि के बारे में जानकारी दी गई । नेहा शर्मा जिलाधिकारी द्वारा फीता काटकर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया । जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी में लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया । प्रेक्षाग्रह में एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यशाला के मुख्य अतिथि घनश्याम मिश्रा जिला पंचायत अध्यक्ष ने मोटे अनाजों को सेहत के लिए वरदान बताया । उन्होंने बताया कि मोटे अनाज मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए अत्यंत लाभदायक हैं । नेहा शर्मा जिलाधिकारी ने मोटे अनाजों को पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत लाभकारी बताया । उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रुप में मनाया गया । श्रीअन्न फसलों को बढ़ाने की जरूरत है । श्रीअन्न फसलें, श्रेष्ठ अन्न भारत के नाम से विश्व में पहचानी जाएगी । एस अरुन्मौली मुख्य विकास अधिकारी ने मोटे अनाज रागी के बारे में बताया कि इसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है । बच्चों के अन्नप्राशन संस्कार में रागी के आहार को सम्मिलित करने की आवश्यकता है । पीके ठाकुर उप कृषि निदेशक ने मोटे अनाजों के पोषकीय महत्व की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जनपद में मोटे अनाजों की खेती का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जा रहा है । डॉ. राम लखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर ने मोटे अनाजों कोदों सावां रागी ज्वार व बाजरा की उत्पादन तकनीक की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि सावां की उन्नतशील प्रजातियों में मदिरा 21, मदिर 29 व चंदन, कोदों की जेके 6, जेके 62, जीपीवीके 3, रागी की जीपीयू 45, चिलिका, शुभ्रा, व वीएल149, ज्वार की वर्षा सीएसवी 13, सीएसईवी 15 तथा बाजार की आईकेएमबी 155 डब्ल्यूसीसी 75, राज 171, नरेंद्र देव चारा बाजरा-3, पूसा 23, पूसा 322 आदि मुख्य हैं । इनकी बुवाई का समय मध्य जून से मध्य जुलाई तक है । डॉ. अंकित तिवारी शस्य वैज्ञानिक लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र ने मोटे अनाजों की प्राकृतिक एवं जैविक खेती की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि कम लागत में मोटे अनाजों की प्राकृतिक एवं जैविक खेती करके किसान भाई अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं । जगदीश प्रसाद यादव जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि मोटे अनाजों का बीज खरीफ मौसम में किसानों को प्रदर्शन हेतु निशुल्क प्रदान किया जा रहा है । किसान भाइयों ने विगत खरीफ में मोटे अनाजों की खेती की है । किसान भाई स्वयं उत्पादित बीज का शोधन कर आगामी खरीफ ऋतु में प्रयोग कर सकते हैं । ओम प्रकाश पांडेय प्रगतिशील कृषक ने मोटे अनाज की खेती की जानकरी दी । मंच का संचालन आरपीएन सिंह विषय वस्तु विशेषज्ञ कृषि विभाग द्वारा किया गया । इस अवसर पर कृषि विभाग, कृषि रक्षा इकाई, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, गन्ना विकास विभाग, पशुपालन विभाग, इफको, भूमि संरक्षण विभाग आदि ने प्रदर्शनी लगाकर उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी किसानों को दी । कार्यशाला में अजीत कुमार मिश्रा सहायक आयुक्त खाद्य, पारसराम भूमि संरक्षण अधिकारी, कृषि विभाग से सुमित कुमार तिवारी, मोहम्मद जव्वाद, मजहर हुसैन आदि उपस्थित रहे । इस अवसर पर मिलेट्स जागरूकता रोड शो का आयोजन कलेक्ट्रेट से टाउन हॉल तक किया गया । इसका शुभारम्भ जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया । रोड शो के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक आदि उपस्थित रहे । कार्यशाला का आयोजन भावना सेवा संस्थान द्वारा किया गया ।
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