अर्पित सिंह
गोंडा, 27 फरवरी 2024: गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के कुरसाहा गांव निवासी राकेश कुमार उपाध्याय की ओमान में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। 25 अक्टूबर 2023 को ओमान के लिए रवाना हुए राकेश की मृत्यु की खबर ने उनके परिवार में कोहराम मचा दिया है।
पत्नी और बच्चों पर दुखों का पहाड़:3 महीने पहले ही ओमान में अल-बातिना इंटरनेशनल नेवलसर्विसेज एंड क्लीनिन्ज में नौकरी शुरू करने वाले राकेश 32 वर्ष के थे। उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जिनकी उम्र क्रमशः 12 साल और 8 साल है। पिता की मृत्यु से स्तब्ध और सदमे में हैं।
मौत की रहस्यमय परिस्थितियां:परिवार को बताया गया कि राकेश को चोट लगी थी और उनकी हालत गंभीर थी। 25 फरवरी की रात उनकी मृत्यु की खबर ने परिवार को स्तब्ध कर दिया। मृत्यु के कारणों को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।
अंतिम दर्शन के लिए परेशान परिवार:पासपोर्ट और वीजा के अभाव में परिवार राकेश के अंतिम दर्शन नहीं कर पा रहा है। रो-रो कर बदहवास हो रहे परिजनों ने गोंडा के सांसद कीर्ति वर्धन सिंह और बृजभूषण सिंह से मदद की गुहार लगाई है।
सरकारी मदद की आस:परिवार ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है ताकि वे राकेश के अंतिम दर्शन कर सकें। साथ ही, वे उनकी मृत्यु की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा की मांग कर रहे हैं।
गांव में मातम:राकेश कुमार बहुत ही मिलनसार और लोकप्रिय थे। उनके निधन की खबर से गांव में मातम छा गया है।
कंपनी के कर्मचारियों से संपर्क: राकेश कुमार उपाध्याय की कंपनी में कार्यरत अन्य कर्मचारियों से संपर्क कर उनके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह जानकारी राकेश की मृत्यु के कारणों को समझने में सहायक हो सकती है।
ओमान दूतावास से संपर्क: ओमान में भारतीय दूतावास से संपर्क कर मृत्यु के कारणों और अंतिम दर्शन की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। दूतावास मृत्यु की जांच में परिवार की सहायता भी कर सकता है।
सरकारी योजनाओं का लाभ: राकेश कुमार उपाध्याय के परिवार को सामाजिक और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है। यह परिवार को राकेश की मृत्यु के बाद आर्थिक संकट से उबरने में मदद कर सकता है।
न्याय की आस:यह देखना बाकी है कि राकेश के परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं।
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