अर्पित सिंह
गोंडा:कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत विकासखंड स्तरीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी तथा सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजनान्तर्गत विकासखंड स्तरीय किसान गोष्ठी शुक्रवार को विकासखंड वजीरगंज के प्रांगण में संपन्न हुई । किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री राम बहादुर सिंह ब्लॉक प्रमुख वजीरगंज द्वारा किया गया । मुख्य अतिथि ने किसानों से वैज्ञानिक खेती अपनाने का आवाह्न किया । उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक खेती करके किसान भाई एक ऋतु में दो-दो फसलें उगा सकते हैं । डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने जायद में उर्द एवं मूंग की खेती, ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई, हरी खाद की खेती, बीज शोधन एवं बीज उपचार,मोटे अनाज की खेती, फसल अवशेष प्रबंधन आदि की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि फसल चक्र में दलहनी फसलों का समावेश अति आवश्यक है । दलहनी फसलों मे उर्द एवं मूंग की बुवाई का समय चल रहा है । किसान भाई मूंग की खेती कर अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं । मूंग की उन्नतशील प्रजातियों में नरेंद्र मूंग एक,सम्राट, पीडीएम 11, पीडीएम 139 आदि प्रमुख हैं । मूंग की बुवाई के लिए 10 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ पर्याप्त है । बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित कर बुवाई करें । प्रति 10 किलोग्राम बीज के लिए एक पैकेट राइजोबियम कल्चर वजन 200 ग्राम की जरूरत होती है । राइजोबियम कल्चर से बीज उपचारित करने पर फसल की पैदावार में लगभग 15% की वृद्धि होती है । बीज शोधन एवं बीज उपचार में एफ आई आर क्रम का अवश्य ध्यान रखें । एफ का मतलब फंगीसाइड, आई का मतलब इंसेक्टिसाइड तथा आर का मतलब राइजोबियम कल्चर से है । बीज शोधन एवं एवं बीज उपचार करने से कीट रोग आदि से बीज का बचाव होता है । फसल की पैदावार अच्छी प्राप्त होती है । खंड विकास अधिकारी पीके सिंह व खंड विकास अधिकारी मनरेगा ने कृषक हित में संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी दी । त्रिवेंद्र कुमार तिवारी सहायक कृषि विकास अधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि अन्न भंडारण हेतु कोठरी आधे अनुदान पर उपलब्ध है । कृषि रसायनों डाइथेन एम 45 व क्लोरपाइरीफास, जैव फफूंदीनाशकों ट्राइकोडर्मा एवं ब्युवेरिया बैसियाना आदि पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है । मदन यादव बीटीएम कृषि विभाग ने बताया कि कृषि यंत्रों पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है । किसान भाई कृषि विभाग की वेबसाइट यूपीएग्रीकल्चर.काम पर कृषि यंत्रों के अनुदान हेतु पंजीकरण करा सकते हैं ।
कृषि प्रदर्शनी में वीआर समग्र जलवायु फल एवं औषधि शोध संस्थान नयपुर, सम्राट महिला स्वयं सहायता समूह नयपुर, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन विभाग, इफको, गन्ना विकास विभाग, आंगनवाड़ी, गुलाब महिला स्वयं सहायता समूह, महेक महिला स्वयं सहायता समूह आदि ने प्रदर्शनी में स्टॉल लगाकर कृषकों एवं कृषक महिलाओं को खेती से सम्बंधित जानकारी दी । वीआर समग्र जलवायु फल एवं औषधि संस्थान के शिवकुमार मौर्य प्रगतिशील कृषक ने सहजन आदि के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दी । सम्राट महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा उत्पादित सामग्रियों एलोवेरा सोप, एलोवेरा जेल आदि की जानकारी दी । इस अवसर पर प्राविधिक सहायकों सुधीर सिंह, मोहम्मद शराफतुल्लाह व जय सिंह सहायक तकनीकी प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप सिंह एवं तुंगनाथ जायसवाल आदि उपस्थित रहे ।
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