डेस्क: बैंक मैनेजर और फील्ड अफसर ने मिलकर बैंक के बकायेदारों के द्वारा जमा की गई किस्त को हड़प करने में लगे हुए हैं। ऐसे ही मामले में पीड़ित ने शाखा प्रबंधक और फील्ड अफसर के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
मामला उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद के मुंडेरवा थाना क्षेत्र में स्थित इंडसंड बैंक से जुड़ा हुआ है। बस्ती के मुंडेरवा कस्बे के दीनदयाल उपाध्याय वार्ड नंबर 8 के रहने वाले राहुल जायसवाल ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरा खाता इंडसंड बैक में 18 माह से चल रहा है। अपना व्यापार बढ़ाने के लिए छोटा लोन लेकर खत्म करके बड़ा लोन लेना चाहता था। कुशीनगर जनपद अंतर्गत कुस्म्हा रगड़गंज के रहने वाले बैंक के फिल्ड कर्मचारी निगम साहनी पुत्र गोविन्द से बात करने पर कहा कि खाता चेक करके बताएंगे।जिसके बाद 68872 रुपए जमा करने को कहे। फील्ड अफसर के कहने पर UPI के माध्यम से 68872 रुपया टासंफर कर दिया। निगम साहनी ने बताया की आप का लोन बन्द हो गया है। फाल्ट के कारण अपका किस्त कट आया है। पुनः आप के खाते में जमा हो जायेगा। आरोप है कि किस्त जब अगले दिन नही आया तो पीड़ित ने इसकी सूचना ब्रांच मैनेजर विपिन यादव को दी। सुल्तानपुर जनपद के रहने वाले बैंक मैनेजर विपिन यादव पुत्र महेंद्र प्रताप यादव ने खुद के नम्बर पर स्कीन शॉट भेजने के लिए कहा। मैनेजर ने बताया कि मैं निगम को लेकर मुण्डेरवा आ रहा हूँ जिसके 2 घन्टे बाद पीड़ित के पास आये बताया कि UPI ब्लाक हो गया है। आधार से 10000 रूपया से ज्यादा नही निकल पा रहा है। रूपया वापस करने की जिम्मेदारी लेते हुए 9 फरवरी के दोपहर तक का समय लिया। रूपया वापस नहीं आने पर पीड़ित ने मैनेजर को फोन किया तब मैनेजर ने कहा कि निगम साहनी गायब है। इसी क्रम में पीड़ित ने एक अन्य मामले का आरोप लगाते हुए कहा है कि जगदीशपुर के रहने वाले इकबाल पुत्र इंमान अली के साथ इंडसंड बैंक के मेनेजर विपिन यादव व कर्मचारी निगम साहनी ने 25 जनवरी को 34000 रुपया जमाकरा कर धोखाधड़ी करके पैसा हड़प लिया है।
पीड़ित के शिकायती पत्र पर मुंडेरवा पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर और फील्ड अफसर के खिलाफ अमानत में खयानत और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।
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