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BALRAMPUR...विद्यालय में मनाई गई संत रविदास जयंती



अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 24 फरवरी को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘‘संत रविदास‘‘ की जयन्ती मनायी गयी। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने पुष्प अर्पित कर द्धीप प्रज्जवलित किया । उन्होंने बच्चों को बताया कि संत रविदास (रैदास) का जन्म काशी में माघ पूर्णिमा दिन रविवार को संवत 1433 को हुआ था। उनके जन्म के बारे में एक दोहा प्रचलित है। ‘‘चौदह से तैंतीस कि माघ सुदी पन्दरास। दुखियों के कल्याण हित प्रगटे श्री रविदास‘‘। उनके पिता संतोख दास तथा माता क नाम कर्मा देवी था। उनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता है।


रविदास ने साधु-सन्तों की संगति से पर्याप्त व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया था। वे जूते बनाने का काम किया करते थे और ये उनका व्यवसाय था । अपना काम पूरी लगन तथा परिश्रम से करते थे । संत रविदास समय से काम को पूरा करने पर बहुत ध्यान देते थे। संत रामानन्द के शिष्य बनकर उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया। संत रविदास ने स्वामी रामानंद को कबीर साहेब के कहने पर गुरू बनाया था, जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरू कबीर साहेब ही थे। उनकी समयानुपालन की प्रवृति तथा मधुर व्यवहार के कारण उनके सम्पर्क मे आने वाले लोग भी बहुत प्रसन्न रहते थे। प्रारम्भ से ही रविदास जी बहुत परोपकारी तथा दयालु थे । दूसरों की सहायता करना उनका स्वभाव बन गया था। साधु-सन्तो की सहायता करने में उनको विशेष आनन्द मिलता था। वे उन्हे प्रायः मूल्य लिये बिना जूता भेंट कर दिया करते थे। गुरू रविदास शेष समय में ईश्वर-भजन तथा साधु-सन्तों के सत्संग में व्यतीत करते थे। रविदास जी के सेवक इनको ‘‘सतगुरू‘‘, ‘‘जगतगुरू‘‘ आदि नामों से सत्कार करते है। रविदास जी ने दया दृष्टि से करोड़ो लोगो का उद्धार किया जैसे-मीराबाई मन चंगा तो कठौती में गंगा। जयंती अवसर पर विद्यालय में पोस्टर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पोस्टर के अन्तर्गत विद्यालय की अध्यापिका लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, रेशू तिवारी एवं रीना श्रीवास्तव की संरक्षता में छात्र एवं छात्राओं में यशवी, आरोही, विराट, आस्था, अविशी, शिवानी, अनन्या, श्लोक, आलिया, आकर्ष, सौम्या, मरियम, अर्थव, मानविक, रत्नप्रिया, मेधावी, अनुष्का एवं सुधांशु ने प्रतिभाग किया। इसी के सांस्कृति कार्यक्रम के अन्तर्गत गीत-जांति पांति का भेद नही करते है रविदास नामक गीत पर काव्या, सैयद हलाता जेहरा, परिधि, सिया, शिवानी एवं जयस ने संत रविदास जी की जयंती पर एक बहुत सुन्दर मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी सहित उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने ‘‘संत रविदास जी‘‘ की जयंती को मनाया।

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