कमलेश
खमरिया खीरी:ईसानगर क्षेत्र के कस्बा खमरिया में स्थित इण्डियन बैंक की शाखा में विकलांग ग्राहक के खाते से किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा रुपए निकाल लिए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यही नहीं रुपये निकालने से पहले उक्त खाते पर लगे ग्राहक के मोबाइल नम्बर को बदलकर एटीएम कार्ड भी जारी कर दिया गया जिसको लेकर ग्राहक ने बैंक कर्मचारियों की मिली-भगत से फ्राड किए जाने की आशंका व्यक्त कर उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है। वही शाखा प्रबंधक ने बैंक की सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखवाकर एटीएम कार्ड ले जाने वाले की पहचान शुरू कर दी है।
क़स्बा खमरिया में स्थित इंडियन बैंक की शाखा कुछ वर्ष बाद एक बार पुनः चर्चाओं में आ गई है। जहां क्षेत्र के तमोलीपुर मजरा अल्लीपुर निवासी विकलांग खाताधारक कमल किशोर पुत्र नत्थू ने ठेलिया चलाकर मेहनत मजदूरी कर इण्डियन बैंक की शाखा में अपने खाता संख्या - 50164846851 में करीब 95 हजार रुपए जमा किए थे।गुरुवार को कमल किशोर को कुछ रुपयों की आवश्यकता पड़ी तो वह नजदीकी बीसी पर जाकर रुपये निकालने का विड्राल भर दिया जहां उसे बीसी संचालक ने बताया कि उसके खाते पर अब केवल 1700 रुपये ही बचे है। जिसको सुनकर कमलकिशोर के पैरो तले जमीन खिसक गई। वह आनन फानन में बैंक पहुचकर बैंक लेनदेन का विवरण निकलवाया तो पता चला कि उसके खाते में दूसरे का मोबाइल नम्बर लगा है तथा उसी नम्बर को बैंक ने एटीएम कार्ड भी जारी कर दिया है। जिसको लेकर जब कमलकिशोर ने शाखा प्रबंधक यश अग्रवाल को अवगत कराया तो वह भी अचरज में पड़ कमलकिशोर को बताया कि उसके खाते में ऑनलाइन गेम लूडो के जरिये अलग अलग रुपये निकाले गए है। रही एटीएम कार्ड जारी करने व उसके खाते पर दूसरे के मोबाइल नम्बर लगे होने की तो उन्होंने उसे बताया कि इस मामले में वह स्थानीय पुलिस के पास जाकर शिकायत करो तबतक वह एटीएम कार्ड ले जाने वाले का सीसीटीवी फुटेज ऑपरेटर को बुलाकर निकलवाने का प्रयास कर रहे है। शाखा प्रबंधक की ढुलमुल रैवये से आहत खाताधारक कमलकिशोर ने शुक्रवार को खमरिया पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत के लिए उच्च अधिकारियों के पास जाने की तैयारी शुरू कर दी है। वही इस बाबत शाखा प्रबंधक ने बताया कि बैंक में विगत दिनों की सीसीटीवी फुटेज को निकालकर सुरक्षित रख लिया गया है। सोमवार को एटीएम कार्ड ले जाने वाले कि पहचान की जाएगी। साथ ही बताया कि इस मामले में अभी खताधारक ने उन्हें कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है,प्रार्थना पत्र मिलते ही उसकी यूपीआई में भी शिकायत दर्ज करवा दी जाएगी।
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