वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़: नवनियुक्त लोकसभा कोआर्डिनेटर एवम उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव/प्रभारी विवेकानन्द पाठक का कांग्रेस कार्यालय पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया जिलाध्यक्ष डॉ.लालजी त्रिपाठी ने बुके देकर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.नीरज त्रिपाठी ने बनारसी शाल ओढ़ाकर एवम सेवादल जिलाध्यक्ष महेन्द्र शुक्ला ने टोपी पहनाकर स्वागत किया कांग्रेस पदाधिकारियों ने बारी बारी से स्वागत किया ।
स्वागत उपरान्त पत्रकार साथियों से रूबरू होते हुए प्रदेश महासचिव/ लोकसभा कोऑर्डिनेटर विवेकानन्द पाठक ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव/प्रभारी उत्तर प्रदेश अविनाश पांडे एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय के निर्देश पर यह पत्रकार वार्ता आयोजित की गई है, उन्होने कहा कि पूरा प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है अपराधी बेखौफ होकर प्रतिदिन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं वर्ष 2023 एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में पहले स्थान पर है इसी रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारत में होने वालों अपराधों में 15% अपराध उत्तर प्रदेश में होते हैं हालात कितने बत्तर हो गए हैं इसकी सिर्फ दो बानगी देखिए...-एक प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जहां दिनांक 2 नवंबर 2023 को आईआईटी बीएचयू की छात्रा का तीन लड़कों द्वारा जबरन गन पॉइंट पर उसकी नग्न अवस्था का वीडियो बनाया गया एवं दुष्कर्म किया गया ।
दिनांक 3 नवंबर को ही कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बता दिया था कि घटना में भाजपा के लोगों का हाथ है इस पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई , दिनांक 5 नवंबर को सीसीटीवी फुटेज से लड़कों की पहचान कर ली गई, 8 नवंबर को पीड़िता द्वारा भी उनकी पहचान कर ली गई, आरोपियों की पुष्टि होने के पश्चात भाजपा द्वारा उन्हें मध्य प्रदेश के चुनाव प्रचार में भेज दिया गया । ऐसे में सवाल यह उठता है कि आरोपियों की पहचान होने के बाद भी उनको गिरफ्तार करने में 2 महीने क्यों लगे क्या राज्यों में चुनाव के कारण भाजपा आरोपियों को बचा रही थी?? अगर छात्रों और कांग्रेस अध्यक्ष का इतना दबाव न होता तो शायद आरोपित पकड़े भी नहीं जाते, संवेदनहीनता का पराकाष्ठा है, और दुर्भाग्य यह है कि ये घटना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है --दूसरी घटना प्रदेश के मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर की है जहां विनोद उपाध्याय को सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में मार दिया गया । यह बात आईने की तरह साफ है कि गोरखपुर के रहने वाले विनोद उपाध्याय, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पुराने विरोधी रहे हैं योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद विनोद उपाध्याय पर शिकंजा बढ़ता गया और क्रमश उन पर इनाम की धन राशि भी मामले को गंभीर दिखाने के लिए बढ़ाई गई । यह मुठभेड़ व्यक्तिगत कुंठा और राजनैतिक विद्वेष से प्रेरित है और योगी सरकार का एक जाति विशेष विरोधी चेहरे को उजागर करती है । कांग्रेस पार्टी इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है । प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ.लालजी त्रिपाठी यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.नीरज त्रिपाठी, नगर अध्यक्ष इरफान अली, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. वी.के.सिंह, सेवादल जिलाध्यक्ष महेन्द्र शुक्ला, कोषाध्यक्ष वेदान्त तिवारी, रामरतन तिवारी,अभय किशोर त्रिपाठी,अश्वनी उपाध्याय, संजय इश्तियाक आदि उपस्थित रहे ।
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