पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य गेट पर संचालित अवैध मेडिकल स्टोर अस्पताल प्रशासन को मुंह चिढा़ रहे हैं और औषधि निरीक्षक रजिया बानो के द्वारा की गई कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कुछ माह पूर्व औषधि निरीक्षक के द्वारा सीएचसी के आसपास संचालित मेडिकल स्टोरों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी जिससे घबड़ा कर दर्जनों मेडिकल स्टोर संचालक दुकान बंद कर भाग खड़े हुए थे। इस छापेमारी में सीएचसी गेट पर संचालित प्रांजल मेडिकल स्टोर और जन औषधि केंद्र पर कार्रवाई भी की गयी थी।इस छापेमारी में जहां जन औषधि केंद्र पर प्रतिबंधित दवाएं मिली थी और प्रांजल मेडिकल से भी भारी मात्रा में सैंपल जांच हेतु औषधि निरीक्षक ले गई थी। कारवाई के बाद भी इन अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों और उनके दलालों को तनिक भी फर्क नहीं पड़ा। कारवाई के अगले दिन ही प्रांजल सहित अन्य मेडिकल स्टोर खुल गये। तब से लेकर आज तक ये मेडिकल स्टोर संचालक और इनसे संबंधित दलाल मरीजों और तीमारदारों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। जन औषधि केंद्र के संचालक सुनील सिंह से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि सीएचसी पर डाक्टर बाहर की दवायें लिखते हैं। इससे उनकी दुकान पर कम मरीज आते हैं। वहीं प्रांजल मेडिकल स्टोर के संचालक और उनके संबधित दलाल परिसर से मरीजों और उनके तीमारदारों को गुमराह कर मंहगी दरों पर दवा बेचते हैं। अस्पताल के गेट पर दुकान होने से वह रास्ते पर भी मरीजों को रोक लेते हैं।इस संबंध में औषधि निरीक्षक रजिया बानो ने कहा कि मेडिकल स्टोरों पर कारवाई की गई थी जिसमें विवेचना भी पूर्ण हो चुकी है जल्द ही मुकदमें की कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कारवाई के बाद भी मेडिकल स्टोरों के संचालन की कोई जानकारी नहीं है जल्द ही दोबारा जांच की जाएगी।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ