अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। स्थानीय लालगंज कोतवाली परिसर में थाना समाधान दिवस के तहत नौ शिकायतें आयी। इनमें से डीएम और एसपी ने शिकायतों की सीधे सुनवाई करते हुए दो शिकायतो का मौके पर निस्तारण कराया। हालांकि समाधान दिवस में मातहतों पर डीएम व एसपी का पारा चढ़ा भी दिखा। जिलाधिकारी संजीव रंजन तथा एसपी सतपाल अंतिल अचानक थाना दिवस में आ धमके। डीएम और एसपी ने जन शिकायतों की सुनवाई शुरू की। अचानक डीएम ने निर्वाचन प्रक्रिया के तहत राजस्व निरीक्षको एवं लेखपालो को तलब कर बैठे। डीएम ने एसडीएम से बीएलओ व सुपरवाइजर की तैनाती पर जानकारी चाही तो एसडीएम लालधर सिंह यादव ने बताया कि शिक्षकों को बीएलओ व सुपरवाइजर की जिम्मेदारी सौपी गयी है। एसडीएम का यह जबाब सुनते ही डीएम का पारा चढ़ गया। डीएम ने एसडीएम को निर्देशित किया कि सामान्य निर्वाचन के तहत लेखपालों को सुपरवाइजर बनाया जाय। वहीं डीएम सार्वजनिक सम्पत्तियों के बारे में भी राजस्व निरीक्षको व लेखपालों से सवाल करने लगे। जिलाधिकारी ने तालाबी जमीनो, ऊसर व बंजर तथा चकमार्गो पर अतिक्रमण हटाए जाने के बाबत तहसीलदार धीरेन्द्र प्रताप सिंह समेत क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षकों को सप्ताह भर का अल्टीमेटम दिया। डीएम सार्वजनिक सम्पत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त रखने के बाबत भी क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षको व लेखपालो से लिखित तौर पर कार्य पूर्ण होने के भी एसडीएम व तहसीलदार को निर्देश दिये। वहीं एसपी सतपाल अंतिल समाधान दिवस में शिकायतों की सुनवाई करने के बीच में ही अचानक कोतवाली परिसर का निरीक्षण करने लगे। कोतवाली के रसोई से लगे गेट के बगल गंदगी देख एसपी का मिजाज बिगड़ गया। वही पुलिस कप्तान निर्माणाधीन पुलिस बैरिक की तरफ बढ़े तो वहां का कार्य भी उन्हें नागवार दिखा। एसपी ने पर्यवेक्षण में लापरवाही के लिए सीओ रामसूरत सोनकर तथा कोतवाल अवन दीक्षित को जमकर फटकार लगायी। समाधान दिवस में डीएम व एसपी का चढ़ा पारा देख पुलिस व राजस्वकर्मियों की सिटटी पिटटी गुम नजर आयी। समाधान दिवस में एसडीएम लालधर सिंह यादव, तहसीलदार धीरेन्द्र प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक रामसूरत सोनकर भी मौजूद रहे।
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